लखनऊ. दीपावली तरक्की, शुभ-लाभ का त्योहार है. कहा जाता है कि अगर पूरे विधि-विधान से पूजा की जाए तो साल भर शुभ समाचार मिलते हैं और तरक्की के रास्ते भी खोलती है. लेकिन बाजारवाद के दौर में फंसकर लोग पूजा की विधियां भूल गए हैं. आज दीपावली सिर्फ चकाचौंध का त्योहार बनकर रह गया है. […]
दिवाली से पहले धनत्रयोदशी या धनतेरस की पूजा का शास्त्रों में बहुत बड़ा महत्व बताया गया है. प्रदोष काल में किया गया धनतेरस पूजा हमेशा उत्तम फलदायक होता है. कोई भी पूजा तभी सार्थक होती है जब उसी सही मुहूर्त और उचित तरीके से किया जाए.
देश में दिवाली की धूम है. कल यानि 28 अक्तूबर शुक्रवार को धनतेरस मनाया जाएगा. वैसे तो धनतेरस कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष त्रयोदशी के दिन मनाया जाता है जो कि 28 अक्तूबर को पड़ रहा है.
दिवाली कुछ ही दिन दूर है. लोगों का उत्साह अपने चरम पर है. लगभग हर घर रोशनी से नहा रहा है. लाइट्स, झालरों और सजावट से हर गली, हर मोहल्ला जगमगा रहा है. चारों तरफ त्योहार की धूम है. हर तरफ उत्साह और उमंग का अपना ही रंग है.
दीपावली की रात देवी लक्ष्मी की पूजा सब लोग करते हैं लेकिन ऐसा जरूरी नहीं कि देवी लक्ष्मी सब पर बराबर मेहरबान हों. किसी के घर में देवी लक्ष्मी की ज्यादा तो किसी के घर में कम कृपा हो सकती है.
दिवाली पर सभी लोग मां लक्ष्मी और गणेश भगवान की पूजा करते हैं. ताकि घर में हमेशा लक्ष्मी की कृपा बनी रहे. ऐसा माना जाता है कि दिन लक्ष्मी की पूजा करने से देवी प्रसन्न होती है और भक्तों पर कृपा बनाए रखती है.
इस साल धनतेरस 28 अक्टूबर को है. पूरी दुनिया में चिकित्सा विज्ञान के विस्तार और प्रसार के लिए ही भगवान विष्णु ने दिवाली से दो दिन पहले धन्वंतरि का अवतार लिया था. इसलिए दिवाली के दो दिन पहले धनतेरस का त्योहार मनाया जाता है.
रोशनी के त्योहार यानि दीपावली की शुरुआत धनतेरस से होती है. दिवाली और दीवाली दोनों में धन की देवी लक्ष्मी माता की पूजा विशेष रूप से की जाती है क्योंकि हिंदू मान्यताओं के अनुसार इस दिन देवताओं के कोषाध्यक्ष कुबेरदेव और माता लक्ष्मी की पूजा करने से समृद्धि, खुशियों के साथ ही पर्याप्त धन की प्राप्ति होती है.
करवा चौथ पर पति की लंबी उम्र के लिए महिलाएं पूरे दिन उपवास रखती हैं. उसके बाद जब चांद निकलता है उसकी पूजा करके और अर्घ्य देकर पति की आरती उतारती हैं. लेकिन क्या आपको कभी ये लगा कि क्यों करवा चौथ पर चंद्रमा की पूजा की जाती है.
दिवाली हिंदूओं का पवित्र त्योहार है. इसके कई दिनों पहले से ही तैयारी होने लगती है. लोग घरों की सफाई करते हैं साथ घर के लिए खरीददारी भी करते हैं. दिवाली पर एक-दूसरे को उपहार देने का भी रिवाज है. लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि दिवाली पर कुछ भी खरीदना है तो सोच समझकर खरीदें. खरीददारी करते वक्त इन बातों का जरूर ध्यान रखें.