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Battleship: पड़ोसी चीन ने रहस्मयी पोत का किया निर्माण, क्या भारत के लिए बनेगा खतरा,फोटो आई सामने

Battleship: हमारे पड़ोसी देश चीन की पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी ने एक नया युद्धपोत (Battleship) बनाया है जिसकी तस्वीर सामने आई है.यह फोटो समुद्री ट्रायल के दौरान की है.इस पोत का नाम,मारक क्षमता,ताकत और रेंज की जानकारी अभी पता नहीं चल सकी है.लेकिन चीन का यह पोत देखने में अमेरिका जमवॉल्ट जैसा लगता है. जिसमें हाइपर […]

Battleship: Neighboring China built a mysterious ship, will it be a threat to India, photo surfaced
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  • Last Updated: May 16, 2024 20:43:05 IST

Battleship: हमारे पड़ोसी देश चीन की पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी ने एक नया युद्धपोत (Battleship) बनाया है जिसकी तस्वीर सामने आई है.यह फोटो समुद्री ट्रायल के दौरान की है.इस पोत का नाम,मारक क्षमता,ताकत और रेंज की जानकारी अभी पता नहीं चल सकी है.लेकिन चीन का यह पोत देखने में अमेरिका जमवॉल्ट जैसा लगता है. जिसमें हाइपर सोनिक मिसाइल डेस्ट्रॉयर लगा हो सकता है. एक ऐसा ही स्वीडन का विस्बी क्लास कार्वेट भी है.

चीन बढ़ा रहा है अपनी नौसेना की ताकत

चीन लगातार अपनी नौसेना की ताकत बढ़ाता जा रहा है. वह अपनी नौसेना को आधुनिक बना रहा है. चीन ने हाल के ही सालों में कई युद्धपोत (Battleship) का निर्माण किया है. जिसमें से- टाइप 052डीएल, टाइप 055 डेस्ट्रॉयर, टाइप 054ए और टाइप 054बी फ्रिगेट और टाइप 075 और टाइप 076 एंफिबियस असॉल्ट शिप और इसके अलावा शैनडॉन्ग और फुजियान एयरक्राफ्ट कैरियर भी शामिल है.

रडार की पकड़ में नहींं आयेगा पोत

चीन में इसी साल 054बी फ्रिगेट के समुद्री ट्रायल्स भी देखने को मिले हैं. जबकि इसी दौरान नए फ्रिगेट मॉडल को भी चीन के समुद्र में देखा गया. यह चीन का फ्यूचर पोत माना जा रहा है.चीन के इस पोत पर जो गन लगी है, वो टाइप 054बी क्लास के फ्रिगेट जैसी दिखती है. इस पोत के डिजाइन को ऐसा बनाया गया है कि राडार की पकड़ में न आए. चीन में जब यह यद्धपोत (Battleship) बन रहा था तो ऐसा माना जा रहा था कि चीन इसको किसी और देश देगा. जैसा कि उसने बीते सालों में पाकिस्तान के लिए किया है.

मकसद का नहीं चल पाया पता

चीन के इस युद्धपोत (Battleship) को बनाने का मकसद अभी तक पता नहीं चल पाया है. हो सकता है कि चीन ने प्रयोग करने के लिए इसका निर्माण किया जिससे कि नई तकनीकों का परीक्षण किया जा सके. हो सकता है कि चीन इस पोत के अपीयरेंस, रडार, मास्ट, मुख्य बंदूक या फिर इसे पूरी तरह से जांच करने के बाद इसे चीन अपनी नौसेना में शामिल कर ले. जो उसकी नौसेना के लिए एकदम आधुनिक पोत हो.

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