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मेरे स्तन…बच्चे ने की शिकायत, टीचर हुईं हैरान, कहा- मुश्किल है छिपाना

नई दिल्ली: हमें बचपन से ही पढ़ने के लिए स्कूल भेजा जाता है और सिखाया जाता है कि स्कूल शिक्षा का मंदिर है. इस बार स्कूल से ही जुड़ा एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसे पढ़कर आप दंग रह जाएंगे. जी हाँ… स्कूल की एक महिला टीचर ने बताया कि एक छात्र के माता-पिता […]

breasts my are very big child complained teacher was surprised said it is difficult to hide (1)
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  • Last Updated: August 24, 2024 13:40:42 IST

नई दिल्ली: हमें बचपन से ही पढ़ने के लिए स्कूल भेजा जाता है और सिखाया जाता है कि स्कूल शिक्षा का मंदिर है. इस बार स्कूल से ही जुड़ा एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसे पढ़कर आप दंग रह जाएंगे. जी हाँ… स्कूल की एक महिला टीचर ने बताया कि एक छात्र के माता-पिता ने उनके स्तनों के बारे में बात की थी. इस मामले को रेडिट पर पोस्ट करते हुए स्कूल टीचर ने कहा है कि वह हमेशा स्कूल ड्रेस कोड का पालन करती हैं और सही तरीके से कपड़े पहनती हैं, फिर उनकी शिकायत क्यों और कैसे की गई?

 

स्तन बड़े है

 

महिला शिक्षिका का कहना है कि मैं मध्य विद्यालय में आठवीं कक्षा के बच्चों को पढ़ाती हूं. मेरे स्तन बहुत बड़े हैं इसलिए उन्हें छिपाना मुश्किल है. अब मैं हमेशा ड्रेस कोड का पालन करती हूं.’ पिछले 6 सालों में कभी भी ड्रेस कोड फॉलो नहीं करना पड़ा. हर कोई हमेशा मेरे पहनावे की तारीफ करता है.

 

दिखाई दे रहा है

 

बता दें कि टीचर का कहना है कि एक दिन मेरे प्रशासक ने मुझे बताया कि स्कूल में एक अभिभावक आए थे. उन्होंने कहा कि उनका बेटा घर में टीचर के स्तनों के बारे में बात कर रहा था. हालांकि, ऐसे में उन्हें इस बात की चिंता थी कि शायद मैं अपना ड्रेस कोड फॉलो नहीं कर पा रही हूं, इसलिए वह ये सब देख रहे हैं. एडमिन ने छात्र के माता-पिता से कहा कि मैं हमेशा अपने ड्रेस कोड का पालन करती हूं. क्या मेरे माता-पिता ने कभी मेरे शरीर के बारे में शिकायत की? मैं एक स्वस्थ महिला हूं और मैं अपना शरीर छुपा नहीं सकती.

 

अजीब महसूस होगा

 

टीचर ने आगे लिखा कि हालांकि मुझे नहीं पता कि बच्चे के माता-पिता कौन हैं. मुझे संदेह है कि क्या बच्चे ने अपने माता-पिता से इस बारे में बात की थी? हालाँकि, अब मैं ये भी नहीं जानना चाहती कि बच्चे ने बात की थी या नहीं, क्योंकि इसके बाद मुझे अजीब लगेगा. यह उनकी निजी टिप्पणी थी, लेकिन फिर भी मुझे किसी तरह का कोई अहसास नहीं हुआ. मुझे स्कूल से समर्थन मिल रहा है, वे इस मामले को खुद संभाल रहे हैं.

 

 

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