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दिवाली पर लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति खरीदते समय रखें इन बातों का ध्यान, नहीं तो हो सकता है बड़ा नुकसान

नई दिल्ली: लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति खरीदते समय कई महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना आवश्यक है, ताकि आपके घर में सुख-समृद्धि और शांति बनी रहे। वास्तु शास्त्र और धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति का चयन सही तरीके से करने पर शुभ फल मिलता है, वहीं गलत मूर्ति या उसकी दिशा से नकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न […]

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  • Last Updated: October 15, 2024 13:59:08 IST

नई दिल्ली: लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति खरीदते समय कई महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना आवश्यक है, ताकि आपके घर में सुख-समृद्धि और शांति बनी रहे। वास्तु शास्त्र और धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति का चयन सही तरीके से करने पर शुभ फल मिलता है, वहीं गलत मूर्ति या उसकी दिशा से नकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न हो सकती है। आइए जानते हैं किन बातों का ध्यान रखना चाहिए और किन गलतियों से बचना चाहिए।

1. मूर्ति की सही दिशा, सामग्री का चयन

जब आप लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति खरीदते हैं, तो यह ध्यान रखें कि मूर्ति किस सामग्री की बनी हुई है। धातु, चांदी, पीतल, या मिट्टी से बनी मूर्तियां सबसे शुभ मानी जाती हैं। प्लास्टिक या रबड़ से बनी मूर्तियों को घर में रखने से बचें, क्योंकि इन्हें शुभ नहीं माना जाता। इसके अलावा मूर्ति की दिशा का भी महत्व है। लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति को उत्तर-पूर्व दिशा में स्थापित करना सबसे शुभ होता है। इसे घर के मुख्य प्रवेश द्वार के सामने या पूजा स्थल पर रखा जा सकता है, ताकि पूरे घर में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहे।

2. लक्ष्मी-गणेश की स्थिति का ध्यान रखें

लक्ष्मी और गणेश की मूर्ति को हमेशा एक साथ रखना चाहिए, लेकिन गणेश जी को देवी लक्ष्मी के बाईं ओर रखने का विशेष ध्यान रखें। ऐसा माना जाता है कि गणेश जी की बाईं ओर लक्ष्मी जी बैठने से स्थिर धन और संपन्नता का वास होता है। मूर्तियों की स्थिति में गलती करने से विपरीत प्रभाव पड़ सकता है।

3. मुख और मुद्रा का चुनाव सावधानी से करें

लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति खरीदते समय उनका मुख और मुद्रा भी ध्यानपूर्वक देखें। देवी लक्ष्मी की मुद्रा हमेशा प्रसन्न, हंसमुख और खिले हुए कमल पर बैठी होनी चाहिए। उनके चार हाथों में कमल, वर मुद्रा और सोने के सिक्के होने चाहिए, जो धन और समृद्धि का प्रतीक होते हैं। गणेश जी की मूर्ति में उनका हाथ आशीर्वाद की मुद्रा में होना चाहिए। साथ ही, ऐसी मूर्तियां चुनें जिनमें गणेश जी का मुख दाहिनी ओर हो और लक्ष्मी जी की मुद्रा स्थिरता को दर्शाती हो। ध्यान दें कि मूर्ति साफ-सुथरी होऔर बिना किसी टूट-फूट की हो।

4. टूटे-फूटे मूर्तियों का न करें उपयोग

लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति में कोई भी टूट-फूट हो, तो उसे घर में रखने से बचना चाहिए। टूटे हुए कान, हाथ या अन्य हिस्से वाली मूर्तियों को रखने से अशुभ फल मिलते हैं। इसे तुरंत बदलकर नई मूर्ति लानी चाहिए, क्योंकि ऐसी मूर्तियों से घर में नकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न हो सकती है।

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