लखनऊ। उत्तर प्रदेश के बहराइच में दुर्गा विसर्जन के दौरान ब्राह्मण युवक की हत्या के बाद से हालात ठीक नहीं हुए हैं। हिंसा के बाद से पुलिस दंगाइयों को ढूंढने में लगी हुई है। जिस अब्दुल हमीद के घर में रामगोपाल मिश्रा की बेरहमी से हत्या की गई वह पूरे परिवार के साथ फरार है। योगी सरकार दंगाइयों के खिलाफ ताबड़तोड़ एक्शन ले रही है। बीते दिनों सीएम योगी आदित्यनाथ ने पीड़ित परिजनों से मुलाकात कर कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया था। इस मामले में जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने प्रतिक्रिया दी है।
मौलाना मदनी ने सोशल मीडिया पर लिखा है कि बहराइच में हिंसा के बाद मुसलमानों पर एकतरफा कार्रवाई हो रही है। प्रशासन हिंसक घटनाओं को रोकने में विफल हो रहा है, जिन अधिकारियों ने अपनी जिम्मेदारी निभाने में लापरवाही बरती है, उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए। रियासती जमीयत उलमा पीड़ितों की मदद के लिए सक्रिय है।
बहराइच में हिंसा के बाद मुसलमानों पर एकतरफा कार्रवाई।
लेकिन प्रशासन हिंसक घटनाओं को रोकने में विफल हो रहा है, जिन अधिकारियों ने अपनी जिम्मेदारी निभाने में लापरवाही बरती है, उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए.
रियासती जमीयत उलमा के सेवाकर पीड़ितों की मदद के लिए…— Arshad Madani (@ArshadMadani007) October 16, 2024
मौलाना ने आगे कहा कि गांव में मुस्लिम युवकों की एकतरफा गिरफ्तारियां शुरू हो गई। एक मुस्लिम के घर में घुसकर उसकी पिटाई करने और घर की छत पर भगवा झंडा फहराने वाले असली अपराधी अभी भी दंगाइयों के मामले सामने आने के बावजूद उत्पात में लगे हुए हैं। पुलिस प्रशासन उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। सिर्फ मुसलमानों को निशाना बनाया जा रहा है। धर्म के आधार पर कोई भेदभाव नहीं किया जाना चाहिए और निर्दोष रूप से गिरफ्तार किए गए लोगों को तुरंत रिहा किया जाना चाहिए।
बहराइच हिंसा के लिए हिंदू जिम्मेदार, अखिलेश के नेता ने राम गोपाल मिश्रा को ही बता दिया दंगाई