नई दिल्ली : AI सॉफ्टवेयर इंजीनियर अतुल सुभाष मोदी सुसाइड केस में पत्नी निकिता सिंघानिया को गुरुग्राम से गिरफ्तार किया गया है। निकिता, मां निशा और भाई अनुराग सिंघानिया को फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं. प्रयागराज कोर्ट ने फिलहाल 15 दिन की न्यायिक हिरासत पर तीनों आरोपियों को भेजा है। इस बीच एक चौंकाने वाली बात सामने आई है। जैनपुर फैमिली कोर्ट में निकिता और अतुल का जो केस चल रहा था इसमें कारण बताया गया कि क्यों 80 हजार रुपये भरण-पोषण भत्ता दिया जाए।
कोर्ट के दस्तावेजों की मानें तो अतुल ने कहा था कि वह गुजारा भत्ता के तौर पर 80 हजार रुपए नहीं दे सकता। निकिता खुद अच्छा कमाती है। ऐसे में उसे 80 हजार रुपए महीना क्यों दिया जाए। इस पर निकिता ने कहा था कि उसने जौनपुर में एक फ्लैट लिया है। उस फ्लैट की कीमत 60 लाख रुपए है। उसने वह फ्लैट लोन पर लिया था, जिसकी किस्त उसे हर महीने देनी होती है। इसलिए उसकी खुद की सारी सैलरी वहीं चली जाती है। ऐसे में उसके लिए महीने का खर्च चलाना मुश्किल हो जाता है।
बिहार के समस्तीपुर में रहने वाले एआई सॉफ्टवेयर इंजीनियर अतुल सुभाष ने 9 दिसंबर को आत्महत्या कर ली थी। यह मामला देश में सुर्खियों में है। अतुल ने मौत को गले लगाने से पहले 24 पन्नों का सुसाइड नोट छोड़ा और 1 घंटे का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर शेयर किया। इसमें अतुल ने अपनी मौत के लिए पांच लोगों को जिम्मेदार ठहराया। उसने कहा- मेरी पत्नी, सास, साला, चाचा, ससुर पैसों के लिए मुझे लगातार प्रताड़ित कर रहे हैं। मेरे खिलाफ एक के बाद एक कुल 9 फर्जी मामले दर्ज किये गये हैं।
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