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ना जात हूं, ना पात…BPSC छात्रों के सपोर्ट में उतरे खेसारी लाल यादव

बिहार में 70वीं बीपीएससी प्रारंभिक परीक्षा को लेकर छात्रों का विरोध प्रदर्शन लगातार जारी है। इस मुद्दे पर कई राजनेताओं ने छात्रों का समर्थन किया है। वहीं अब भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री के सुपरस्टार खेसारी लाल यादव भी अभ्यर्थियों के सपोर्ट में उतरे चुके है.

Khesari Lal Yadav, BPSC protest
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  • Last Updated: January 6, 2025 14:32:42 IST

पटना: बिहार में 70वीं बीपीएससी प्रारंभिक परीक्षा को लेकर छात्रों का विरोध प्रदर्शन लगातार जारी है। 13 दिसंबर से शुरू हुए इस धरना-प्रदर्शन ने बिहार की राजनीति को भी गर्मा दिया है। छात्र परीक्षा में धांधली का आरोप लगाते हुए इसे रद्द करने और दोबारा परीक्षा कराने की मांग कर रहे हैं। इस मुद्दे पर कई राजनेताओं ने छात्रों का समर्थन किया है। वहीं अब भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री के सुपरस्टार खेसारी लाल यादव भी अभ्यर्थियों के सपोर्ट में उतर चुके है.

उज्जवल भविष्य के साथ

खेसारी लाल यादव ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर अभ्यर्थियों के आंदोलन का समर्थन किया है। उन्होंने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा, “ना जात हूं, ना पात हूं, मैं बिहार के हमारे उज्जवल भविष्य के साथ हूं। आप जहां खोजियेगा, वहां आपको खेसारी आपकी आवाज बनकर खड़ा मिलेगा।” उन्होंने यह भी कहा कि वह नौकरी या अनाज देने में सक्षम नहीं हैं, लेकिन अपनी क्षमता के अनुसार छात्रों की आवाज बनने के लिए हमेशा तैयार रहेंगे।

खेसारी ने बिहार में जात-पात की राजनीति पर भी सवाल उठाते हुए कहा, “जब हम दूसरे राज्यों में होते हैं, तो हम बिहारी होते हैं, लेकिन बिहार में जात-पात की दीवारें हमें अलग कर देती हैं। अब वक्त आ गया है कि हम मिलकर बिहार को आगे बढ़ाएं।”

बीपीएससी परीक्षा में धांधली का आरोप

13 दिसंबर को शुरू हुए इस आंदोलन में छात्रों ने 70वीं बीपीएससी प्रारंभिक परीक्षा में धांधली का आरोप लगाया है। अभ्यर्थियों का कहना है कि परीक्षा में कई खामियां थीं, जिससे ईमानदार छात्रों के साथ अन्याय हुआ है। बीपीएससी ने 4 जनवरी को बापू परीक्षा केंद्र में दोबारा परीक्षा आयोजित कराई और जनवरी के अंत तक परिणाम घोषित करने का आश्वासन दिया है।

भोजपुरी स्टार्स का समर्थन

खेसारी लाल यादव के अलावा अन्य भोजपुरी स्टार्स भी छात्रों के समर्थन में सामने आए हैं। खेसारी ने अपने एक पोस्ट में छात्रों से आग्रह किया कि वे राजनीतिकरण से बचें और अपने हक की लड़ाई लड़ें। छात्रों के इस आंदोलन ने बिहार में बड़े बदलाव की उम्मीद जगा दी है। अब देखना होगा कि यह आंदोलन क्या रूप लेता है और सरकार इस पर क्या कदम उठाती है।

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