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महाकुंभ 2025: जर्मन लड़की को हुआ भारतीय सेना से प्यार, अमेरिका में जा बसी

ऐसा ही एक कपल महाकुंभ देखने आया है. इसमें पुरुष भारत का है और महिला जर्मनी की है. दोनों के बीच प्यार की शुरुआत इंग्लैंड से हुई और वे अमेरिका में बस गए. ये दोनों हमेशा भारत आते रहते हैं.

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  • Last Updated: January 17, 2025 10:38:20 IST

नई दिल्ली: महाकुंभ में देश-विदेश से लोग आ रहे हैं. लोक और संस्कृति के रंग भी देखने को मिलते हैं. इन सबके बीच देश-दुनिया से अनगिनत लोग हैं, जिनमें से कई अपने आप में एक कहानी हैं. ऐसा ही एक कपल महाकुंभ देखने आया है. इसमें पुरुष भारत का है और महिला जर्मनी की है. दोनों के बीच प्यार की शुरुआत इंग्लैंड से हुई और वे अमेरिका में बस गए. ये दोनों हमेशा भारत आते रहते हैं.

दोनों की लव स्टोरी

हरियाणा से एक रिटायर फौजी अपनी जर्मन पत्नी के साथ महाकुंभ में पहुंचे हैं. दोनों अमेरिका के रहने वाले हैं. मीडिया से बातचीत में उन्होंने अपनी कहानी तो बताई लेकिन अपना नाम नहीं बताया. उन्होंने बताया कि मैं आर्मी सर्विस के बाद इंग्लैंड चला गया था. वहां मेडिकल सेक्टर में काम कर रहा था. इसी दौरान वह (पत्नी) भी जर्मनी से आई थीं. वह अंग्रेजी बोलना नहीं जानती थी और मैं जर्मन बोलने में असमर्थ था. उन्होंने आगे बताया कि वह मेरे अंडर में काम करती थी और कुछ गलत होने पर जब मैं उसे डांटता था तो रोने लगती थी. फिर मैंने सोचा कि अगर मैं इस लड़की से शादी कर लूंगा तो जिंदगी आराम से गुजर जाएगी.

अमेरिका में क्यों बसाया घर?

हरियाणा के मूल निवासी शख्स ने बताया कि भारतीय होने के नाते मुझे इंग्लैंड में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. मैं जर्मनी नहीं जा सका. मेरी पत्नी भारत आने को लेकर चिंतित थी क्योंकि उसे नहीं पता था कि वह यहां के माहौल में ढल पाएगी या नहीं. ऐसे में हमने अपनी पढ़ाई को थोड़ा अपग्रेड किया और अमेरिका में नौकरी के लिए आवेदन किया. अब हम दोनों वहीं सेटल हो गये हैं. उन्होंने बताया कि वह प्रोफेसर हैं और उनकी पत्नी बुजुर्गों की डॉक्टर हैं.

किचन में भारतीय खाना

भारत में मेरी जड़ों और सेना के साथ मेरे जुड़ाव के कारण, तिरंगा मेरे रोम-रोम में बसा हुआ है. उनकी जर्मन पत्नी ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि जब उन्होंने पहली बार जर्मन खाना परोसा तो मैं उसे खा नहीं सका. कारण यह है कि इसमें नमक के अलावा मसाले आदि नहीं होते हैं. इसके बाद उन्होंने भारतीय खाना बनाना सीखा। आज स्थिति यह है कि लोग इनके हाथ का खाना खाकर उंगलियां चाटते रह जाएंगे।

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