नई दिल्ली : अमेरिका में आज से डोनाल्ड ट्रंप का शासन शुरू हो गया है और उन्होंने 47वें राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ली। पिछले साल 5 नवंबर को हुए अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में ट्रंप ने डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार कमला हैरिस को भारी बहुमत से हराया था।
डोनाल्ड ट्रंप ने सीमा लांघकर आने वाले अवैध प्रवासियों को रोकने के लिए राष्ट्रीय आपातकाल घोषित करने का ऐलान किया है। राष्ट्रीय आपातकाल सशस्त्र बलों की तैनाती और सीमा पर भौतिक अवरोधों के निर्माण को अधिकृत करेगा। रक्षा सचिव के पास सशस्त्र बलों और नेशनल गार्ड के सदस्यों सहित अतिरिक्त बल भेजने का अधिकार होगा।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति बनने के तुरंत बाद मैक्सिको की खाड़ी और अलास्का के माउंट डेनाली का नाम बदलने की योजना बना रहे हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि मैक्सिको की खाड़ी का नाम बदलकर अमेरिका की खाड़ी और उत्तरी अमेरिका के सबसे ऊंचे पर्वत डेनाली का नाम बदलकर उसके पुराने नाम माउंट मैकिन्ले कर दिया जाएगा। पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने 2015 में इस पर्वत का नाम बदलकर डेनाली कर दिया था।
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि ट्रंप अपने कार्यकाल के पहले दिन एक कार्यकारी आदेश के ज़रिए अवैध अप्रवासियों के बच्चों के लिए जन्मजात नागरिकता को समाप्त कर देंगे। एक रिपोर्ट में कहा है कि संघीय सरकार अब इस आदेश के प्रभावी होने की तारीख़ से अमेरिका में पैदा हुए अवैध अप्रवासियों के बच्चों को तत्काल नागरिकता नहीं देगी। ये कार्यकारी आदेश उन 10 आदेशों में से हैं जिन्हें ट्रंप दूसरी बार व्हाइट हाउस लौटने के बाद अपने पहले दिन साइन करने की योजना बना रहे हैं।
अधिकारियों ने यह भी कहा है कि अमेरिकी राष्ट्रपति “पकड़ो और छोड़ो” नीति को समाप्त करेंगे और “मेक्सिको में रहो” कार्यक्रम को फिर से लागू करेंगे और सीमा की दीवार का निर्माण फिर से शुरू करेंगे।
विदेश मंत्री एस जयशंकर, मुकेश और नीता अंबानी, पंकज बंसल, कल्पेश मेहता और आशीष जैन सहित प्रमुख भारतीय हस्तियां भारत से डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुई हैं।
2024 के अपने अभियान के दौरान डोनाल्ड ट्रंप की दो बार हत्या की कोशिश की गई और दोनों बार वे बच गए। 78 वर्षीय डोनाल्ड ट्रंप अमेरिकी इतिहास में राष्ट्रपति चुने जाने वाले सबसे उम्रदराज व्यक्ति बन गए हैं। ट्रंप कई बाधाओं के बावजूद एक और कार्यकाल जीतने में सफल रहे हैं और अमेरिकी मतदाताओं ने उन पर अपना भरोसा जताया है।
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