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प्रेमानंद महाराज की ऐसी लीला विरोधी भी बन जाते हैं चेला, NRI ग्रीन सोसाइटी वालों ने भी मांगी माफी

Premanand Maharaj controversy: मथुरा-वृंदावन के फेमस संत प्रेमानंद महाराज का विरोध करना एनआरआई ग्रीन सोसाइटी के लोगों को भारी पड़ गया. अब सोसाइटी के अध्यक्ष प्रेमानंद महाराज की शरण में पहुंच गए और उनसे माफी मांगने लगे. आइए जानते हैं पूरा मामला...

Guru maharaj
inkhbar News
  • Last Updated: February 16, 2025 16:17:05 IST

नई दिल्ली: प्रेमानंद महाराज एक जाने-माने संत हैं, जिनकी ख्याति देश-विदेश तक फैली हुई है। वृंदावन में उनकी पदयात्रा अत्यंत लोकप्रिय है, जिसमें हजारों श्रद्धालु शामिल होते हैं। हाल ही में वृंदावन में उनकी रात 2 बजे निकलने वाली पदयात्रा को लेकर कुछ लोगों ने विरोध जताया। खासतौर पर एनआरआई ग्रीन सोसाइटी के निवासियों ने यह कहते हुए आपत्ति जताई कि देर रात लाउडस्पीकर, आतिशबाजी और बैंड-बाजे के कारण शोरगुल से उन्हें परेशानी हो रही थी।

समस्या का समाधान

संत प्रेमानंद महाराज ने किसी को भी असुविधा न हो, इस भावना से पदयात्रा का समय बदलकर सुबह 4 बजे कर दिया और यात्रा का मार्ग भी बदल दिया, ताकि किसी को परेशानी न हो।

भक्तों की प्रतिक्रिया

जब भक्तों को इस बदलाव का पता चला, तो वे आक्रोशित हो गए। वृंदावन के कई दुकानदारों ने एनआरआई ग्रीन सोसाइटी के लोगों के खिलाफ नाराजगी जताते हुए अपने दुकानों पर नोटिस लगा दिए कि वे उन्हें सामान नहीं बेचेंगे।

एनआरआई ग्रीन सोसाइटी का माफीनामा

इस विवाद के बाद एनआरआई ग्रीन सोसाइटी के अध्यक्ष प्रेमानंद महाराज के पास पहुंचे और अपनी गलती स्वीकारते हुए माफी मांगी। उन्होंने बताया कि कुछ लोगों ने बिना पूरी जानकारी के विरोध किया और बाद में उन्हें अपनी गलती का अहसास हुआ।

महाराज की सौम्यता

प्रेमानंद महाराज ने कहा कि उनका उद्देश्य सबको सुख पहुंचाना है, किसी से कोई विरोध नहीं है। उन्होंने सोसाइटी के सभी लोगों को प्रेम और सौहार्द बनाए रखने का संदेश दिया।

भविष्य की पदयात्रा

एनआरआई ग्रीन सोसाइटी के अध्यक्ष ने महाराज से अनुरोध किया कि वे अपनी पदयात्रा पुनः शुरू करें। महाराज ने सभी को आश्वस्त किया कि उनकी यात्रा किसी को परेशान किए बिना जारी रहेगी और हर किसी की भलाई का ध्यान रखा जाएगा। प्रेम और समर्पण से यह विवाद सुलझ गया, और वृंदावन में भक्तों का उत्साह फिर से लौट आया।

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