नई दिल्ली. सुप्रीम कोर्ट में शुक्रवार को एक मामले की सुनवाई के दौरान जस्टिस अभय एस ओका वकीलों पर बुरी तरह भड़क गये. अदालत में सुनवाई के दौरान एक ही समय पर कई वकील अपनी दलीली पेश करने लगे. इसे जस्टिस ओका ने रोकने की कोशिश की लेकिन वकील नहीं मानें. इस पर जस्टिस नाराज हो गये और कहा कि ऐसा नियम बनना चाहिए कि यदि वकील एक ही समय में अपनी अपनी दलीलें पेश करते रहें, तो हम फाइलें फेंक दें.
सुप्रीम कोर्ट में घुसपैठिए
देश की सबसे बड़ी अदालत सुप्रीम कोर्ट में शुक्रवार को कुछ ऐसा देखने और सुनने को मिला जिससे कोई भी हतप्रभ रह जाएगा. एक मामले की सुनवाई के दौरान जस्टिस ओका ने कहा कि हम हर रोज रोज की अनुशासनहीनता से तंग आ चुके हैं. जब हम वकीलों से पूछते हैं कि वे किसके लिए पेश हो रहे हैं, तो कोई जवाब ही नहीं देता. इस पर एक वरिष्ठ वकील ने कहा ऐसे कई लोग हैं जो इस मामले को अदालत से बाहर कराने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने कहा, यह बिल्कुल सही है. यह उनकी रणनीति का हिस्सा है. जिनके मामले सुनवाई के लिए लिस्टेड हैं, वे अदालत में अपनी बात नहीं रख पाते हैं और घुसपैठिए तस्वीर में आ जाते हैं. एक अन्य वकील ने भी इसकी तस्दीक की और कहा कि इस तरह से घुसपैठिए सफल हो रहे हैंं.
जस्टिस बोले फाइलें फेंक दूंगा
बार एंड बेंच की रिपोर्ट के अनुसार जस्टिस एस ओका थोड़ा संयत होकर आगे बढ़े और कहा कि इस तरह की अनुशासनहीनता सिर्फ सुप्रीम कोर्ट में देखने को मिलती है. वह कर्नाटक और बॉम्बे हाई कोर्ट में भी रह चुके हैं लेकिन वहां इस तरह कभी देखने को नहीं मिला. जस्टिस ने यह भी कहा कि अब एक नियम लागू होने चाहिए कि अगर एक ही समय में वकील लगातार बहस करते रहें तो उनकी फाइलें फेंक दी जाएं.
यह भी पढ़ें-
बद्रीनाथ धाम में भयानक हादसा, ग्लेशियर फटने से बर्फ में दबे 57 मजदूर