नई दिल्ली: भारतीय टीम का आईसीसी वनडे टूर्नामेंट में लक्ष्य का पीछा करते हुए प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा है। भारत को अब तक ऐसे 9 मुकाबलों में लक्ष्य का पीछा करना पड़ा है, जिनमें से सिर्फ 2 मैचों में ही जीत मिली है, जबकि 7 बार टीम इंडिया को हार का सामना करना पड़ा है। यह रिकॉर्ड भारतीय टीम के लिए चुनौतीपूर्ण है, लेकिन इतिहास बदलने का मौका भी है।
आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के नॉकआउट मुकाबलों में सबसे बड़ा सफल रन चेज 282 रनों का है। यह रिकॉर्ड 1998 में दक्षिण अफ्रीका ने बनाया था, जब उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ 282 रनों का लक्ष्य हासिल किया था। अगर भारत की बात करें तो चैंपियंस ट्रॉफी में सबसे बड़ा रन चेज 2017 में हुआ था, जब सेमीफाइनल में भारत ने बांग्लादेश के खिलाफ 265 रनों का लक्ष्य हासिल किया था। अब भारतीय टीम को उसी रिकॉर्ड की बराबरी करनी होगी, क्योंकि ऑस्ट्रेलिया ने भी 265 रनों का लक्ष्य रखा है।
भारत को यह लक्ष्य हासिल करने के लिए उसके शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों को बड़ी भूमिका निभानी होगी। विराट कोहली ने इसी मैदान पर पाकिस्तान के खिलाफ शानदार शतक जड़ा था, और उनसे आज भी एक बड़ी पारी की उम्मीद होगी। दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में रन बनाना आसान नहीं है। यहां अब तक का सबसे बड़ा सफल लक्ष्य 285 रनों का ही रहा है, जिससे पता चलता है कि भारतीय बल्लेबाजों को संभलकर खेलना होगा।
इस मुकाबले में ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव स्मिथ ने सबसे ज्यादा 73 रन बनाए, जिसमें 4 चौके और 1 छक्का शामिल था। विकेटकीपर बल्लेबाज एलेक्स कैरी ने भी 61 रनों की अहम पारी खेली। उन्होंने 57 गेंदों पर 8 चौकों और 1 छक्के की मदद से यह रन बनाए। भारत की गेंदबाजी की बात करें तो मोहम्मद शमी सबसे सफल गेंदबाज रहे, जिन्होंने 3 विकेट झटके। वरुण चक्रवर्ती और रवींद्र जडेजा ने 2-2 विकेट लिए, जबकि हार्दिक पांड्या और अक्षर पटेल को 1-1 विकेट मिला। अब सबकी नजरें भारतीय बल्लेबाजों पर होंगी कि क्या वे इस लक्ष्य को हासिल कर इतिहास रच पाएंगे!