Pahalgam Terror Attack: जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुई आतंकी हमले से पूरा देश दहल गया है। 26 निर्दोष लोगों का शव उनके परिजन को सौंप दिया गया है। आज सभी का अंतिम संस्कार किया जाएगा। जिन लोगों को आतंकियों ने मारा उसमें इकलौता मुस्लिम शख्स आदिल था। आदिल ने पर्यटकों की जान बचाते-बचाते खुद की जान दे दी। उसे आतंकियों ने 3 गोली मारी। आइये जानते हैं कि पहलगाम हमले में मरने वाला इकलौता मुस्लिम आदिल हैदर कौन है?
आदिल हैदर गाइड था, जो 22 अप्रैल की सुबह टूरिस्ट को बैसरन घाटी में घुमाने ले गया। घाटी तक गाड़ियां नहीं जाती तो वो घोड़ों से लेकर लोगों को जाता था। घर पर अकेला कमाने वाला लड़का ,उस दिन एक महिला टूरिस्ट और उसके पिता को साथ में ले गया। आतंकी आये उसने नाम पूछा और गोलियां मारनी शुरू कर दी। आदिल ने जब देखा कि आतंकी महिला से उलझ रहे हैं तो वो सीना तानकर खड़ा हो गया। बोला ये मेरी बहन है। बंदूक छीनने लगा। इसके बाद आतंकियों ने उसके सीने में 3 गोलियां उतार दी।
इस घटना के बाद आदिल के परिवार में मातम पसरा हुआ है। मां बेहोश है, बूढ़ा बाप सरकार से इन्साफ की गुहार लगा रहा। आदिल के भाई सैयद नौशाद का कहना है कि वह महिला टूरिस्ट कह रही है कि आपके भाई ने मुझे बचाया है। यह सुनकर मुझे अपने भाई पर फख्र हो रहा। 26 लोगों में मेरा भाई इकलौता मुस्लिम है। परिवार की जिम्मेदारी उसके ही कन्धों पर थीं। उसके जाने का दुःख तो है लेकिन गर्व भी हो रहा। मेरा भाई लड़ते हुए शहीद हो गया है। आदिल के पिता का कहना है कि आज मेरा बेटा मरा है कल किसी और का मरेगा। सरकार इसे किसी तरह रोके।
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