Pahalgam Terror Attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए आतंकी हमले में 28 लोगों की जान गई और 20 से अधिक घायल हुए. जिसके बाद भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है. इसी बीच पंजाब के फिरोजपुर में एक चौंकाने वाली घटना ने सरकार की चिंताएं बढ़ा दी हैं. सीमा सुरक्षा बल (BSF) का एक जवान, कांस्टेबल पी.के. सिंह गलती से भारत-पाकिस्तान सीमा की जीरो लाइन पार कर पाकिस्तानी क्षेत्र में चला गया. पाकिस्तानी रेंजर्स ने उसे तुरंत हिरासत में ले लिया और उसका हथियार जब्त कर लिया. यह घटना ऐसे समय हुई जब भारत ने पहलगाम हमले के जवाब में सिंधु जल संधि निलंबित करने और पाकिस्तान पर कई कूटनीतिक प्रतिबंध लगाने जैसे सख्त कदम उठाए हैं.
घटना 23 अप्रैल 2025 को फिरोजपुर के ममदोट क्षेत्र में हुई. बीएसएफ की 182वीं बटालियन के जवान किसानों की सुरक्षा के लिए तैनात थे. जो जीरो लाइन के पास गेट नंबर 208/1 पर अपने खेतों में गेहूं काट रहे थे. यह क्षेत्र अंतरराष्ट्रीय सीमा के ठीक बगल में है. जहां किसानों को विशेष अनुमति के तहत खेती करने की छूट है. बीएसएफ के जवान जिन्हें ‘किसान गार्ड’ भी कहा जाता है. इन किसानों की निगरानी करते हैं. कांस्टेबल पी.के. सिंह जो अपनी वर्दी और सर्विस राइफल के साथ ड्यूटी पर थे. गर्मी से राहत पाने के लिए एक पेड़ की छांव में बैठने चले गए. इस दौरान वे अनजाने में जीरो लाइन पार कर पाकिस्तानी क्षेत्र में पहुंच गए. जहां पाक रेंजर्स ने उन्हें हिरासत में ले लिया.
सीमा सुरक्षा बल (BSF) के एक जवान को बुधवार 23 अप्रैल को पाकिस्तानी रेंजर्स ने हिरासत में ले लिया, क्योंकि वह ड्यूटी के दौरान गलती से पंजाब के फिरोजपुर में अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कर गया था। BSF के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जवान की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के लिए फ्लैग…
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 24, 2025
जैसे ही घटना की खबर बीएसएफ के वरिष्ठ अधिकारियों को मिली. वे तुरंत बॉर्डर पर पहुंचे. बीएसएफ ने पाकिस्तानी रेंजर्स के साथ अटारी-वाघा बॉर्डर पर फ्लैग मीटिंग शुरू की. जो देर रात तक चली. बीएसएफ सूत्रों के अनुसार ऐसी घटनाएं असामान्य नहीं हैं और दोनों देशों के बीच आकस्मिक सीमा पार करने के मामलों को सुलझाने के लिए स्थापित प्रोटोकॉल मौजूद हैं. एक वरिष्ठ बीएसएफ अधिकारी ने कहा ‘हम नियमित रूप से गलती से सीमा पार करने वाले पाकिस्तानी नागरिकों को मानवीय आधार पर वापस करते हैं. इस मामले में भी प्रक्रिया का पालन किया जा रहा है और हमें उम्मीद है कि जवान जल्द वापस होगा.’
यह घटना उस समय हुई जब पहलगाम हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव पहले से ही उच्च स्तर पर है. भारत ने पाकिस्तान को आतंकवाद के समर्थन का जिम्मेदार ठहराते हुए कई कठोर कदम उठाए हैं. जिनमें वाघा बॉर्डर बंद करना, भारतीय एयरलाइंस के लिए पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र पर प्रतिबंध, और SAARC वीजा रद्द करना शामिल है. पाकिस्तान ने जवाब में भारत पर अंतरराष्ट्रीय नियमों के उल्लंघन और कश्मीर में ‘अवैध कब्जे’ का आरोप लगाया है. इस संवेदनशील माहौल में बीएसएफ जवान की हिरासत ने दोनों देशों के बीच तनाव को और बढ़ा दिया है.
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