Bihar Politics: बिहार विधानसभा चुनाव में अब कुछ ही महीने बचे हैं। भारत गठबंधन भी चुनाव की तैयारियों में जुट गया है। 12 जून को नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की अध्यक्षता में भारत गठबंधन की चौथी बैठक होने जा रही है। लेकिन इससे ठीक पहले विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रमुख और बिहार के पूर्व मंत्री मुकेश सहनी ने बड़ा बयान देकर सियासी बम गिरा दिया है।
मुकेश सहनी ने कहा कि हमारा लक्ष्य आगामी विधानसभा चुनाव में महागठबंधन के साथ मिलकर सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ना है। वीआईपी चुनाव में 60 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। अगर महागठबंधन सीतामढ़ी की सभी सीटें दे देता है तो हम वहां से भी चुनाव लड़ेंगे।
“वीआईपी सभी आठ सीटों (सीतामढ़ी लोकसभा) पर चुनाव लड़ेगी। महागठबंधन 8 सीटों पर चुनाव लड़ेगा। वीआईपी पार्टी भी कुछ सीटों को चिन्हित कर रही है। कई सीटें ऐसी हैं जहां से वीआईपी पार्टी आराम से चुनाव लड़ सकती है। अगर गठबंधन चाहे तो सभी आठ सीटें दे दे तो हम लेने को तैयार हैं। लेकिन कई सीटें खाली पड़ी हैं। 243 सीटें हैं। हम गठबंधन के साथ रहकर 243 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। पिछली राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में हमने 60 सीटों पर चुनाव लड़ने की इच्छा जताई थी।” – मुकेश सहनी, राष्ट्रीय अध्यक्ष, वीआईपी पार्टी
इस दौरान मुकेश सहनी ने निषाद आरक्षण की मांग करते हुए बड़ा बयान दिया और कहा कि अगर मोदी जी निषाद समाज को आरक्षण देते हैं तो वे उनके लिए जान दे देंगे। सन ऑफ मल्लाह के नाम से मशहूर मुकेश सहनी ने कहा कि हमारी पार्टी निषाद और अति पिछड़ा वर्ग की आवाज है, जिसकी जितनी हिस्सेदारी है, उसकी उतनी भागीदारी होनी चाहिए।
‘हम 60 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे और पचास फीसदी सीटें अति पिछड़ा, पिछड़ा और अनुसूचित जाति के लिए होंगी। हमारी पार्टी कम से कम 40 सीटें जीतेगी और सरकार बनाने में अहम भूमिका निभाएगी। हम 60 सीटों पर उम्मीदवार उतारेंगे।’ – मुकेश सहनी, राष्ट्रीय अध्यक्ष, वीआईपी पार्टी
सीतामढ़ी लोकसभा क्षेत्र में 8 विधानसभा सीटें हैं। इन सभी सीटों पर वीआईपी की नजर है। मुकेश सहनी इन आठ सीटों पर चुनाव लड़ने के इच्छुक हैं। वीआईपी ने रीगा, बथनाहा, परिहार, सुरसंड, बाजपट्टी, सीतामढी, रुन्नीसैदपुर और बेलसंड से चुनाव लड़ने की इच्छा जताई है।
मुकेश सहनी ने साफ कर दिया है कि गठबंधन सीतामढ़ी की सभी आठ सीटों पर चुनाव लड़ेगा। उन्होंने कहा कि पार्टी कुछ सीटों को चिन्हित कर रही है, जहां से वह आसानी से चुनाव लड़ सकती है। साथ ही सहनी ने कहा कि वह राष्ट्रीय कार्यकारिणी में अपनी बात रखेंगे। मुकेश सहनी के बयान के बाद महागठबंधन खासकर तेजस्वी यादव की टेंशन बढ़ गई है।