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जानिए सूर्य को क्यों मानते हैं देवता ?

वेदों में सूर्य को जगत की आत्मा कहा गया है. समस्त चराचर जगत की आत्मा सूर्य ही है. सूर्य से ही इस पृथ्वी पर जीवन है, यह आज एक सर्वमान्य सत्य है. वैदिक काल में आर्य सूर्य को ही सारे जगत का कर्ता धर्ता मानते थे, सूर्य का शब्दार्थ है सर्व प्रेरक

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  • Last Updated: January 14, 2016 17:52:37 IST
नई दिल्ली. वेदों में सूर्य को जगत की आत्मा कहा गया है. समस्त चराचर जगत की आत्मा सूर्य ही है. सूर्य से ही इस पृथ्वी पर जीवन है, यह आज एक सर्वमान्य सत्य है. वैदिक काल में आर्य सूर्य को ही सारे जगत का कर्ता धर्ता मानते थे, सूर्य का शब्दार्थ है सर्व प्रेरक.
 
यह सर्व प्रकाशक, सर्व प्रवर्तक होने से सर्व कल्याणकारी है. कहा जाता है कि रोजाना सूर्य की रोशनी में योग करने सभी तरह की शारीरिक बीमारियां खत्म हो जाती है. इसी से जुड़े और भी रहस्य को उजागर करेंगे इंडिया न्यूज शो भारत पर्व में अध्यातमिक गुरु पवन सिन्हा. 
 
वीडियो पर क्लिक करके देखिए पूरा शो:
 

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