Inkhabar
  • होम
  • देश-प्रदेश
  • 251 रुपए में स्मार्टफोन नहीं दिया तो कार्रवाई करेंगे: रविशंकर

251 रुपए में स्मार्टफोन नहीं दिया तो कार्रवाई करेंगे: रविशंकर

केंद्रीय दूरसंचार और आईटी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा है कि 251 रुपए में स्मार्टफोन देने वाली कंपनी अगर ग्राहकों से किए वादे पूरी नहीं करती है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी.

Ravishankar Prasad, Make-In-India
inkhbar News
  • Last Updated: February 29, 2016 13:09:28 IST
नई दिल्ली. केंद्रीय दूरसंचार और आईटी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा है कि 251 रुपए में स्मार्टफोन देने वाली कंपनी अगर ग्राहकों से किए वादे पूरी नहीं करती है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी.
 
इंडिया न्यूज़ के एडिटर-इन-चीफ दीपक चौरसिया के साथ खास बातचीत में रविशंकर प्रसाद ने सेल ऑफर्स की चर्चा करते हुए कहा कि आप किसी को कोई सामान सस्ता बेचने से नहीं रोक सकते लेकिन अगर कोई सस्ता सामान का वादा करके पैसे ले और फिर न दे तो कार्रवाई करेंगे.
 
उन्होंने कहा कि जिस दिन वो अपने वादे को पूरा करने में विफल होंगे हम पूरी सख्त कार्रवाई करेंगे. प्रसाद ने कहा कि हमने ऑलरेडी हिदायत दे दी है कि जो पैसा आया है, उसको अलग एस्ट्रो एकाउंट में रखा जाए. हमने इस स्कीम को अपनी ओर से कोई हरी झंडी नहीं दी है. उन्होंने जो बातें पब्लिक से कमिट की है, उसे पूरा करना होगा नहीं करेंगे तो दंड भुगतना होगा
 
उन्होंने कहा कि 251 रुपए का फ्रीडम स्मार्टफोन बनाने वाली कंपनी रिंगिंग बेल्स का सरकार के मेक-इन-इंडिया कार्यक्रम या नीति से कोई संबंध नहीं है. उन्होंने कहा कि इस फोन की बात सामने आने पर उन्होंने एक जांच कमिटी बनाई जिसने इस कंपनी के लोगों को बुलाकर स्कीम की पूरी डिटेल मांगी है.
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि हमने इस कंपनी से कहा है कि अप्रैल में जब तक वो लोगों को फोन नहीं दे देती तक तक इस स्कीम से जुटाए गए पैसे को एस्ट्रो एकाउंट में जमा करे ताकि इसका दुरुपयोग न हो.
प्रसाद ने कहा कि कोई सस्ते में मोबाइल फोन बेचे तो हम उसे रोक नहीं सकते लेकिन उसकी क्षमता है कि नहीं, उसके पैसे कहां से आ रहे हैं, उसका इन्फ्रास्ट्रक्चर है कि नहीं, ये सब की परख करना सरकार का काम है. 
प्रसाद ने कहा कि ये मामला हमारे विभाग के दायरे में है, उपभोक्ता विभाग के दायरे में है, आयकर विभाग के दायरे में है. उन्होंने बताया कि उनके विभाग ने यूपी सरकार से संपर्क करके ये देखने कहा है कि नोएडा में इस कंपनी के पास कितनी ढांचागत सुविधा है.

Tags