नई दिल्लीः मेनका गांधी की एक कजिन वीनू कपूर संजय गांधी की दोस्त थीं. एक कॉलेज का ब्यूटी कम्पटीशन जीतने के बाद मेनका ने मॉडलिंग शुरू कर दी और तब डीसीएम की एक टॉवल के प्रिंट एड में नजर आईं मेनका तो संजय गांधी उन पर लट्टू हो गए. खाली टॉवल लपेटे हुए मेनका के फोटो के साथ कैच लाइन थी, ‘ए टॉवल सो गुड यू वांट टू वीयर दैम.’ डीसीएम ने पूरे कैम्पेन के लिए मेनका गांधी को अपना चेहरा बना दिया था.
संजय और मेनका वीनू कपूर की एक पार्टी में मिले और फिर मेनका की मां के ऐतराज के बावजूद दोनों की शादी हो गई. ये शादी मोहम्मद यूनुस के घर पर हुई थी. शुरूआत से ही इंदिरा गांधी से मेनका की मां अमृतेश्वर आनंद की नहीं बनी. इंदिरा को उनकी छोटी बहन अम्बिका की तेज आवाज भी पसंद नहीं थी.
संजय गांधी इंदिरा के फेवरेट थे, इसलिए मेनका भी उनकी फेवरेट थी. 23 जून, 1980 को जब संजय की प्लेन एक्सीडेंट में मौत हो गई तो मेनका की मां ने मेनका के लिए संजय की जगह मांगी. इसपर इंदिरा हैरान रह गईं और दिया एक दिलचस्प बयान, जानने के लिए देखिए हमारा ये शो विष्णु शर्मा के साथ.