भोपाल. देश में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाल सूरत का नजारा अकसर सामने आता रहता है. अस्पताल प्रशासन की गंभीर लापरवाही का एक मामला मध्य प्रदेश से सामने आया है. मध्य प्रदेश के डिंडोरी में एक गर्भवती महिला को लेकर अस्पताल पहुंचे तो कथित तौर पर डॉक्टरों ने बच्चे को गर्भ में ही मृत घोषित कर दिया. इसके साथ ही गर्भवती महिला की डिलीवरी कराने के बजाय अस्पताल से बाहर निकाल दिया. परिजन महिला को अस्पताल से ले गए. डॉक्टरों की लापरवाही और बेरहमी का शिकार हुई महिला को लौटते वक्त प्रसव पीड़ा हुई तो खेत में काम कर रही महिलाओं ने प्रसूता की डिलीवरी कराई. महिलाओं ने साड़ी का घेरा बनाकर गर्भवती महिला की डिलीवरी कराई. डॉक्टरों की इस गंभीर लापरवाही और बेरहमी से महिला की जान भी जा सकती थी. लेकिन ग्रामीण महिलाओं की सूझबूझ से महिला ने सही सलामत बच्चे को जन्म दिया.
सीएमओ ने दिया कार्रवाई का आश्वासन
इस घटना के बाद लोगों में रोष का माहौल है. अस्पताल से भगाई गई महिला की डिलीवरी होने के बाद मामला मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) तक पहुंचा. इस पर सीएमओ का कहना है कि जांच के बाद दोषियों को निलंबित किया जा सकता है या तो उनकी सैलरी काटकर उन्हें सजा दी जा सकती है. हालांकि अभी तक महिला को भगाने वाले डॉक्टरों पर कार्रवाई नहीं हो पाई है.
आपको बता दें कि पिछले दिनों दिल्ली के मैक्स हॉस्पीटल में भी इसी तरह का मामला सामने आया था. यहां महिला ने जुड़वां बच्चों को जन्म दिया था. अस्पताल ने समय पूर्व पैदा हुए जुड़वां बच्चों को मृत घोषित कर दिया था और उनके शव को प्लास्टिक बैग में रखकर परिजनों को सौंप दिया था, जबकि उनमें एक बच्चा जिंदा था. बाद में उस बच्चे की इलाज के दौरान मौत हो गई. इस मामले पर दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने कड़ा एक्शन लेते हुए अस्पताल का लाइसेंस रद्द कर दिया था. साथ ही मेडिकल काउंसिल को आरोपी डॉक्टरों पर कार्रवाई करने के लिए कहा गया था.
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