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राज्यसभा में सचिन तेंदुलकर शुरू नहीं कर पाए अपनी पारी, हंगामे की भेंट चढ़ गई मास्टर ब्लास्टर की स्पीच

कभी खेल के मैदान पर गेंदबाजों के छक्के छुड़ाने वाले मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर राज्यसभा में अपनी पारी की शुरूआत भी नहीं कर पाए. राज्यसभा सांसद सचिन तेंदुलकर ने आज संसद में पहली बार बहस में हिस्सा लिया, लेकिन सचिन की डेब्यू स्पीच हंगामे की भेंट चढ़ गई.

sachin tendulkar
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  • Last Updated: December 21, 2017 16:29:48 IST

नई दिल्लीः कभी खेल के मैदान पर गेंदबाजों के छक्के छुड़ाने वाले मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर राज्यसभा में अपनी पारी की शुरूआत भी नहीं कर पाए. राज्यसभा सांसद सचिन तेंदुलकर ने आज संसद में पहली बार बहस में हिस्सा लिया लेकिन सचिन की डेब्यू स्पीच हंगामे की भेंट चढ़ गई. विपक्ष के हंगामे के कारण वह सदन में अपनी बात ही नहीं रख पाए. राज्यसभा में विपक्ष के हंगामे के चलते राज्यसभा की कार्यवाही को कल तक के लिए स्थगित कर दिया गया है.

साल 2012 में सचिन तेंदुलकर को राज्यसभा सांसद मनोनीत किया गया था. 2012 के बाद आज सचिन पहली बार राज्यसभा में बोलने वाले थे. सचिन अपनी पत्नी अंजलि के साथ राज्यसभा पहुंचे थे. सचिन अपने भाषण की शुरुआत करने ही वाले थे कि विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया. जिसकी वजह से सचिन अपनी स्पीच शुरू नहीं भी नहीं कर पाए. विपक्ष के हंगामे के बीच उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने विपक्ष से अपील की, कि जो व्यक्ति बोल रहा है वह भारत रत्न है, सदन की कार्यवाही को पूरा देश देख रहा है. कृपया कर शांत हो जाइए.

सचिन देश में खेल और खिलाड़ियों के मुद्दे पर अपने विचार रखने वाले थे. सचिन भारतीय खिलाड़ियों के प्रदर्शन में सुधार और ओलंपिक की तैयारियों को लेकर भी बोलने वाले थे. सचिन इस बारे में भी सदन में अपनी बात रखने वाले थे कि जो खिलाड़ी देश के लिए मेडल जीतते हैं, उन्हें रिटायरमेंट के बाद काफी कम पैसा मिलता है. समाजवादी पार्टी नेता और सांसद जया बच्चन ने कांग्रेस के हंगामे पर हैरानी जताई. उन्होंने कहा, ‘जो व्यक्ति बोलने वाला था, उसने देश का नाम रोशन किया है और उसे ही बोलने नहीं दिया गया. क्या स्पोर्ट्सपर्सन और आर्टिस्ट को सदन में बोलने नहीं दिया जाएगा? मुझे ऐसा लगता है कि सचिन इसको लेकर अपसेट हैं, कांग्रेस को सचिन को सदन में बोलने देना चाहिए था.’

दरअसल विपक्ष मनमोहन सिंह के मामले में लगातार हंगामा कर रहा है. विपक्ष की मांग है कि पीएम नरेंद्र मोदी मनमोहन सिंह पर की गई अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांगें. बताते चलें कि इससे पहले राज्यसभा में गैर-मौजूदगी को लेकर भी सचिन तेंदुलकर पर सवाल उठते रहे हैं. पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर और अभिनेत्री रेखा दोनों ही 2012 में राज्यसभा सांसद मनोनीत हुए थे. जिसके बाद करीब 348 दिनों में सचिन सिर्फ 23 दिन और रेखा मात्र 18 दिन ही सदन में उपस्थित रहे. दूसरी ओर यह भी गौर करने वाली बात है कि बतौर सांसद सचिन ने ‘आदर्श सांसद ग्राम योजना’ के तहत महाराष्ट्र के दो गांवों को गोद भी लिया है. सचिन हाल में गोद लिए गए दोंजा गांव गए थे और वहां उन्होंने सांसद निधि से गांव के लिए 4 करोड़ रुपये देने की घोषणा की थी.

 

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