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गुरु पर्व: घरेलू उपाय बचाएंगे डेंगू के डंक से

बरसात का मौसम आते ही कई तरह के रोग पनपने लगतें हैं. इनमे अधिकतर संक्रामक रोग होते हैं जो मच्छरों और गंदे पानी से फैलते हैं. आज हम जिस रोग की बात करेंगे वह धीरे-धीरे एक महामारी का रूप लेती जा रही है यह बिमारी इतनी भयावह है कि इससे ग्रस्त व्यक्ति को उचित समय पर उपचार न मिले तो उसकी मृत्यु तक हो सकती है. यह रोग है डेंगू.

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  • Last Updated: September 8, 2016 04:33:28 IST
नई दिल्ली. बरसात का मौसम आते ही कई तरह के रोग पनपने लगतें हैं. इनमे अधिकतर संक्रामक रोग होते हैं जो मच्छरों और गंदे पानी से फैलते हैं. आज हम जिस रोग की बात करेंगे वह धीरे-धीरे एक महामारी का रूप लेती जा रही है यह बिमारी इतनी भयावह है कि इससे ग्रस्त व्यक्ति को उचित समय पर उपचार न मिले तो उसकी मृत्यु तक हो सकती है. यह रोग है डेंगू.
 
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पूरे विश्व में हर साल 5 से 10 करोड़ व्यक्ति डेंगू बुखार से प्रभावित होते हैं. इसमें पुरे शरीर में इतना तीव्र दर्द होता है कि इसको हड्डी तोड़ बुखार भी कहा जाता है. अगर समय रहते इसका सही उपचार नहीं हुआ तो यह बुखार डेंगू हेमोरेजिक फीवर या डेंगू शॉक सिंड्रोम में बदल जाता है, जिससे मरीज की जान भी जा सकती है.
 
डेंगू एक वायरल बुखार है, जो 4 प्रकार के डेंगू वायरस डी-1, डी-2, डी-3, डी-4 से होता है. यह वायरस दिन में काटने वाले दो प्रकार के मच्छरों एडिज इजिप्टी और एडिज एल्बोपेक्टस से फैलता है. यह बुखार सिर्फ मच्छरों से फैलता है. मरीज दूसरे स्वस्थ आदमी को यह बीमारी नहीं देता है. यह मच्छर साफ, इकट्ठे पानी में पनपते हैं, जैसे घर के बाहर पानी की टंकियाँ या जानवरों के पीने की हौद, कूलर में इकट्ठा पानी, पानी के ड्रम, पुराने ट्यूब या टायरों में इकट्ठा पानी, गमलों में इकट्ठा पानी, फूटे मटके में इकट्ठा पानी.
आज के इस खास शो में अध्यात्मिक गुरु पवन सिन्हा बताएंगे डेंगू से बचने के घरेलू उपाय

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