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दिव्यांगों के लिए फरिश्ता हैं ज्ञानेंद्र पुरोहित, WhatsApp पर चलाते हैं मैरिज ब्यूरो

बड़े-बुजूर्ग कहते हैं कि दुनिया में दो तरह के लोग होते हैं. एक वे जो किसी चीज को देखते हैं और दूसरे वे जो चीजों को देखकर उसे महसूस करते हैं. महसूस करने वाले लोग ही दुनिया में सफल होते हैं और ऐसे लोगों को ही दुनिया सलाम करती है.

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  • Last Updated: December 12, 2016 17:51:07 IST
भोपाल : बड़े-बुजूर्ग कहते हैं कि दुनिया में दो तरह के लोग होते हैं. एक वे जो किसी चीज को देखते हैं और दूसरे वे जो चीजों को देखकर उसे महसूस करते हैं. महसूस करने वाले लोग ही दुनिया में सफल होते हैं और ऐसे लोगों को ही दुनिया सलाम करती है.
 
ऐसे में लोगों में एक हैं मध्य प्रदेश के ज्ञानेंद्र पुरोहित. आज जब पूरी दुनिया सोशल मीडिया की दीवानी है, वहीं पुरोहित जी ने इसी सोशल मीडिया को मूक-बधिरों की मदद करने का औजार बना लिया है. ज्ञानेंद्र पुरोहित व्हाट्सएप्प के जरिए प्रदेश के मूक-बधिरों की शादी करवाते हैं.
 
दरअसल ज्ञानेंद्र पुरोहित ‘बायोडाटा’ नाम से एक वॉट्सएप ग्रुप चला रहे हैं. यह ग्रुप मूक-बधिर लोगों की शादी के लिए पहल करता है. इस ग्रुप के जरिए अब तक पांच दिव्यांगों को उनका हमसफर भी मिल गया है. इस ग्रुप में इंदौर, उज्जैन, मंदसौर, भिंड, मुरैना, ग्वालियर, देवास आदि के लोग जुड़े हैं, जिनकी शादी तय हो गई है.
 
कैसे होता है काम ?
ग्रुप का सदस्ये अपना बायोडाटा और साइन लैंग्वेज में वीडियो पोस्ट करता है. यह वीडियो जिस लड़का या लड़की को पसंद आता है वह एडमिन से इस संबंध में संपर्क करता है. उसके बाद एडमिन ऐसे लोगों की काउंसिल करते हैं और फिर दोनों की शादी कराई जाती है.
 
सरकार की बड़ी पहल
चुने गए जोड़ों की शादी के लिए मध्य प्रदेश सरकार प्रत्येक जोड़े को 1 लाख रुपये की आर्थिक मदद करती है. हालांकि इसके लिए कुछ शर्तें भी हैं. लड़का-लड़की दोनों का मध्यप्रदेश का मूल निवासी होना ज़रूरी है.
 
शादी के लिए आवेदन फॉर्म कलेक्टोरेट स्थित ‘सामाजिक न्याय विभाग’ सहित आनंद मूक-बधिर सोसायटी और महेश द्रष्टिहीन कल्याण संघ से प्राप्त किए जा सकते हैं. यदि लड़का-लड़की दोनों दिव्यांग हैं तो सरकार की ओर से 50 हजार रुपये प्रोत्साहन के रूप में मिलेंगे. साथ ही मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत गृहस्थी का सामान भी मिलेगा.
 
28 को है शादी समारोह
चुने गए दिव्यांग जोड़ों की शादी 28 दिसम्बर 2016 को इंदौर के गांधी हॉल सामूहिक रूप से होगी.

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