नई दिल्ली: जन्म कुंडली में मौजूद सभी नौ ग्रह, अपनी-अपनी तरह से जातक को प्रभावित करते, उसके जीवन पर अपना असर छोड़ते हैं. अगर शुभ ग्रह अच्छी स्थिति में हैं तो इसका फल भी जातक को मिलता है और अशुभ ग्रह अच्छी स्थिति में हैं तो इसका नकारात्मक परिणाम भी भुगतना पड़ सकता है.
ज्योतिषशास्त्र, विज्ञान और गणित का मिला-जुला स्वरूप है, जिसमें ग्रहों की स्थिति को समझकर उनके प्रभाव को कम या ज्यादा करने के लिए कुछ उपाय आजमाएं जाते हैं. अगर आपका ज्योतिषशास्त्री वाकई इन बातों की समझ रखता है तो ये उपाय कारगर सिद्ध हो जाते हैं अन्यथा फल विहीन बन जाते हैं.