मुंबई. अपनी मांगों को लेकर महाराष्ट्र के आदिवासी और किसान आंदोलन कर रहे हैं. लोक संघर्ष मोर्चा के बैनर तले ये किसान मार्च दादर तक पहुंच गया है और आजाद मैदान की ओर बढ़ रहा है. बताते चले कि ये मोर्चा बुधवार को कल्याण से शुरु हुआ था. किसानों की मांग है कि उनका कर्जा माफ किया जाना चाहिए और साथ ही सूखे का मुआवजा भी उन्हें दिया जाना चाहिए. आदिवासियों की मांग है कि जंगलों की जमीन आदिवासियों को दे दी जाए. इसके अलावा भी उनकी कई मांगे हैं. बता दें कि किसान इससे पहले भी अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन करते रहे हैं.
किसानों का कहना है कि सरकार ने पिछली बार के प्रदर्शन के बाद जो वादे किए थे उन्हें पूरा नहीं किया है. ऐसे में किसानों ने चेताया है कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं की गईं तो दो दिनों की जगह ये आंदोलन लंबा चल सकता है. आजाद मैदान पहुंचकर किसान सरकार के खिलाफ हल्ला बोलेंगे. ये रैली 22 नवंबर यानी आज खत्न होनी है.
वनाधिकार कानून लागू करने, लोड शेडिंग की समस्या, सूखे से राहत, न्यूनतन समर्थन मूल्य, स्वामीनाथन रिपोर्ट जैसी कुछ मांगों को लेकर सड़कों पर हैं. पिछला प्रदर्शन 9 माह पहले हुआ था लेकिन तब दिए गए आश्वासन पूरे नहीं किए गए. बताते चलें कि महाराष्ट्र के एक हिस्से में हर साल सूखे का हाल होता है जिसके कारण हो रही किसानों की आत्महत्या सरकार के लिए गंभीर चुनौती है.