नागपुर. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने कहा है कि अगर राष्ट्रपति पद के लिए कोई प्रस्ताव आता भी है तो भी उन्हें स्वीकार नहीं होगा. उन्होंने कहा कि मीडिया में जो चल रहा है जो वह नहीं होगा.
आपको बता दें कि शिवसेना की ओर से बयान आया है कि राष्ट्रपति पद के लिए इस बार आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का नाम को आगे करना चाहिए.
शिवसेना के प्रवक्ता संजय राउत ने कहा कि अगर भारत को हिंदू राष्ट्र बनना है तो मोहन भागवत का नाम शिवसेना आगे कर सकती है. राउत ने कहा कि हालांकि इस पर आखिरी फैसला उद्धव ठाकरे को ही करना है.
आपको बता दें कि जुलाई मेंं नए राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होना है. जिसमें अभी तक बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी का नाम सबसे आगे माना जा रहा है. वर्तमान राष्ट्रपति डॉ. प्रणब मुखर्जी का कार्यकाल 24 जुलाई को खत्म हो रहा है.
वहीं डॉ. मुरली मनोहर जोशी का नाम उपराष्ट्रपति पद के लिए सबसे आगे चल रहा है. उत्तर प्रदेश में 300 से ज्यादा सीटें जीतकर बीजेपी राष्ट्रपति के लिए चुनाव में मजबूत हो गई है और वह पूर्ण बहुमत की स्थिति में है.
1 अप्रैल को पीएम मोदी ने बुलाई बैठक
राष्ट्रपति चुनाव पर चर्चा के लिए पीएम मोदी ने एनडीए के सांसदों की बैठक 1 अप्रैल को बुलाई है. यह बैठक उन्हीं के निवास में होगी. पहले यह बैठक आज शाम को होनी थी लेकिन आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रा बाबू नायडू की व्यस्तता के चलते इसको टाल दिया गया.