नई दिल्ली : हिन्दू धर्म के अनुसार नागों को देवता माना जाता है इसलिए सावन के महीने में शुक्ल पक्ष की पंचमी के दिन नागों की पूजा कर नाग पंचमी मनाई जाती है. आज सावन महीने की नाग पंचमी मनाई जा रही है.
हिन्दू धार्मिक ग्रंथों के अनुसार थदि किसी की कुंडली में कालसर्प दोष होता है तो उसे नाग पंचमी के दिन नागों को कच्चा दूध पिलाना चाहिए. साथ ही भगवान शिव को नागों का देवता माना जाता है. यही वजह है कि सावन के महीने में शुक्ल पक्ष पंचमी के दिन नाग पंचमी मनाई जाती है जिससे भगवान शिव प्रशन्न होते हैं.
आज के दिन दीवार पर गेरू पोतकर पूजा का स्थान बनाया जाता है उसके ऊपर कोयले से अनेक नागों की आकृति बनाते हैं. उसके बाद सेंवई-चावल कुशा, गंध, अक्षत, पुष्प, जल, कच्चा दूध, रोली आदि ताजा भोजन से नागपंचमी के दिन नागों का पूजन किया जाता है. नाग पंचमी के दिन नागों के देवता भगवान भोलेनाथ के मंदिर में जाकर बेलपत्र के साथ जलाभिषेक करने से काल सर्प दोष से छुटकारा मिलेगा और साथ ही यह आपके घर में सुख शांति और समृद्धि प्रदान करेगा.