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‘बारी-बारी से लड़कियों को चुन-चुनकर अपनी गुफा में बुलाते थे बाबा राम रहीम’

डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को पंचकुला की सीबीआई अदालत ने यौन शोषण का दोषी मानते हुए न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. इस मामले पर सोमवार यानी 28 अगस्त को कोर्ट सजा का एलान किया जाएगा. बाबा के खिलाफ सीबीआई की चार्जशीट इंडिया न्यूज़ के पास है.

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  • Last Updated: August 26, 2017 17:16:32 IST
नई दिल्ली: डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को पंचकुला की सीबीआई अदालत ने यौन शोषण का दोषी मानते हुए न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. इस मामले पर सोमवार यानी 28 अगस्त को कोर्ट सजा का एलान किया जाएगा. बाबा के खिलाफ सीबीआई की चार्जशीट इंडिया न्यूज़ के पास है. 
 
चार्जशीट से खुलासा हुआ है कि बाबा बारी-बारी से लड़कियों को चुन-चुनकर अपनी गुफा में बुलाता था. रेप के बाद बाबा कहता था कि वो अब तक बाहरी दुनिया में रह रही थी इसलिए अपवित्र थी. रेप करके वो उसे पवित्र कर रहा था. अदालत के फैसले के बाद ये साबित हो गया कि राम रहीम के चेहरे के पीछे एक और चेहरा है.
 
 
अपने नाम के आगे इंसा लगाने वाले गुरमीत राम रहीम के इंसान होने पर ही अदालत ने सवालिया निशान लगा दिया है. इस फैसले के बाद गुरमीत राम रहीम का अवतार वाला दावा झूठा साबित हो गया है. आज से 15 साल पहले साल 2002 में जिस पीड़िता साध्वी ने चिट्ठी लिखी थी. उस चिट्ठी में गुरमीत राम रहीम का काला सच सामने आया है. 
 
रामनामी चादर ओढ़कर धर्म और रसूख का डर दिखाकर आश्रम की साध्वियों की इज्जत लूटने के मामले में अदालत द्वारा दोषी करार दिए जाने के बाद राम रहीम का चाल, चरित्र और चेहरा तीनों सवालों के घेरे में आ गए हैं. साल 2002 में गुरमीत राम रहीम के ही आश्रम की जिस साध्वी ने तत्कालीन प्रधानमंत्री, हरियाणा और पंजाब के मुख्य न्यायधीशों के नाम जो लेटर लिखा था. वो इंडिया न्यूज़ के पास है.
 
 
पूरा लेटर पढ़ने के बाद तो गुरमीत राम रहीम का एक अलग ही चेहरा सामने आता है. पत्र में पीड़िता साध्वी ने लिखा है कि राम रहीम ने जिस जगह उसकी अस्मत से खिलवाड़ किया वो एक गुफा थी. पीड़िता ने पत्र में लिखा कि साधू बनने के बाद एक दिन मुझे साधु गुरुजोत ने रात 10 बजे मुझे बताया कि गुफा में मुझे बुलाया गया है. मैं क्योंकि पहली बार वहां जा रही थी. मैं बहुत खुश थी. यह जानकर कि खुद परमात्मा ने मुझे बुलाया है. गुफा के ऊपर जाकर मैंने देखा तो महाराज बेड पर बैठे थे.

 
पीड़िता के बयान के मुताबिक बेड पर बैठे गुरमीत राम रहीम ने उसी गुफा में उसकी इज्जत लूटी, बलात्कार किया. पीड़ित साध्वी ने कहा है कि राम रहीम के असली मकसद का पता तब चला जब उसकी नजर कमरे में घूमी. नजर घूमते ही गुरमीत राम रहीम ने जो अवतार का चोला ओढ़ा था वो एकाएक गिर गया. सामने जो दिखा वो बेहद विभत्स और घिनौना था.
 
 
साध्वी ने अपने लेटर में लिखा है कि महाराज ने टीवी बंद किया व मुझे साथ बिठाकर पानी पिलाया और कहा कि मैंने तुम्हें अपने पास प्यारी समझकर बुलाया है. मेरा ये पहला दिन था. महाराज ने मेरे को बांहों में लेते हुए कहा कि हम तुझे दिल से चाहते हैं. तुम्हारे साथ प्यार करना चाहते हैं क्योंकि तुमने हमारे साथ साधु बनते वक्त तन मन धन सतगुरु को अपर्ण करने को कहा था. सो अब ये तन मन हमारा है.
 
साध्वी ने तो अपने लेटर में बाबा राम रहीम की छवि एक अय्याश की बताई है जो अपनी हवस को पूरा करने के लिए किसी भी हद तक जा सकता है. साध्वी ने अपने लेटर में आगे लिखा है कि बाबा राम रहीम ने उसे अपना शिकार बनाने के लिए कई तर्कों का भी सहारा लिया यहां तक कि भगवान कृष्ण को भी बाबा राम रहीम ने नहीं छोड़ा.
 
 
साध्वी ने लेटर में लिखा कि मेरे विरोध करने पर उन्होंने कहा कि कोई शक नहीं , हम ही खुदा हैं. जब मैंने पूछा कि क्या ये खुदा का काम है तो उन्होंने कहा कि श्री कृष्ण भगवान थे, उनके यहां 360 गोपियां थीं, जिनसे वह हर रोज प्रेम लीला करते थे. फिर भी उन्हें लोग परमात्मा मानते हैं। यह कोई नई बात नहीं है.
 
अब साध्वी के इस लेटर से जो मतलब निकलता है वो यही है कि बाबा राम रहीम ने धर्म और अवतार होने का जो आभामंडल फैलाया था वो पूरी तरह झूठा था और बाबा राम रहीम कोई संत नहीं थे. सीबीआई की चार्जशीट में खुलासा हुआ है कि रेप के बाद बाबा लड़कियों से कहता था कि उसने उसे माफ कर दिया. जिसका मतलब समझ नहीं पाती थी लेकिन जैसे ही वो लड़की आश्रम में पहुंचती थी तो दूसरी लड़कियां पूछती थीं कि बाबा ने उसे माफ किया कि नहीं. इसका मतलब होता था कि बाबा ने उसका रेप किया कि नहीं.
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