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आखिर सीलिंग का आदेश होने के बावजूद डेरे की तलाशी में देरी क्यों ?

बलात्कारी राम रहीम के हेडक्वॉर्टर में आज तलाशी चल रही है. इसके लिए बीएसएफ, आईटीबीपी, सीआरपीएफ, एसएसबी, रैपिड एक्शन फोर्स, हरियाणा पुलिस के 5 हजार जवानों की ड्यूटी लगाई गई है. आर्मी की 4 टुकड़ियां, बम डिस्पोजल स्क्वॉड और स्वाट की टीम भी तैनात की गई है.

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  • Last Updated: September 8, 2017 14:05:21 IST
नई दिल्ली: बलात्कारी राम रहीम के हेडक्वॉर्टर में आज तलाशी चल रही है. इसके लिए बीएसएफ, आईटीबीपी, सीआरपीएफ, एसएसबी, रैपिड एक्शन फोर्स, हरियाणा पुलिस के 5 हजार जवानों की ड्यूटी लगाई गई है. आर्मी की 4 टुकड़ियां, बम डिस्पोजल स्क्वॉड और स्वाट की टीम भी तैनात की गई है.
 
अंदाज़ा लगा सकते हैं कि डेरा का खौफ कितना बड़ा होगा. इतनी भारी-भरकम तैयारी के बाद डेरा में सर्च ऑपरेशन शुरू करने में 14 दिन का वक्त लग गया. आखिर सीलिंग का आदेश होने के बावजूद डेरे की तलाशी में देरी क्यों ? 14 दिन बाद भी क्या डेरे में सबूत बचे होंगे, आज इन्हीं सवालों पर होगी महाबहस.
 
बलात्कार का दोषी राम रहीम 20 साल के लिए 14 दिन से सलाखों के पीछे है. हरियाणा पुलिस, पैरा मिलिट्री फोर्स और सेना की मौजूदगी के बाद भी सिरसा में कर्फ्यू है, क्योंकि सरकार को राम रहीम के चेलों से डर लगता है. इसी डर के चलते राम रहीम के डेरे की तलाशी भी 14 दिन बाद शुरू हो पाई.
 
डेरा सच्चा सौदा के सिरसा हेड क्वॉर्टर में आज कोर्ट कमिश्नर की मौजूदगी और 60 कैमरों की निगरानी में सर्च ऑपरेशन शुरू हुआ. कोर्ट कमिश्नर की तैनाती इसलिए करनी पड़ी, क्योंकि हरियाणा सरकार को लग रहा था कि पारदर्शिता के लिए कोर्ट कमिश्नर का होना ज़रूरी है.
 
सर्च ऑपरेशन के लिए इतने सुरक्षा कर्मी तैनात करने पड़े, जितने सुरक्षा कर्मियों की ज़रूरत आतंकियों और नक्सलियों की तलाशी में भी नहीं पड़ती. हरियाणा पुलिस, पैरामिलिट्री फोर्स, आर्मी के जवानों के साथ-साथ फोरेंसिक एक्सपर्ट की टीम और जेसीबी मशीनें भी हैं. ये आशंका है कि राम रहीम के कई गुनाह डेरे की दीवारों और ज़मीन में भी दफन हो सकते हैं.
 
डेरा के अखबार ने तो पहले ही मान लिया है कि डेरे में कंकाल मिल सकते हैं, क्योंकि राम रहीम अपने चेलों के शव डेरे में ही दफन करवाता था. डेरे में अब तक कुछ खास नहीं मिला है. नकदी भी महज 19 हज़ार ही मिली है, जबकि राम रहीम का दावा है कि उसके चेलों की संख्या 5 करोड़ से ज्यादा है. राम रहीम के सताए लोग पहले से आशंका जता रहे हैं कि तलाशी में इतनी देरी के चलते डेरे से कुछ नहीं मिलेगा. सारे सबूत, हथियार, पैसा गायब कर दिया गया होगा.
 
राम रहीम की राज़दार हनी प्रीत के गायब होने के बाद भी सवाल उठे थे कि उसे गायब होने का मौका क्यों दिया गया. अब शक ये जताया जा रहा है कि कहीं हनी प्रीत को मार तो नहीं दिया गया. डेरा की हरकतें सवालों में घिरी हैं. राम रहीम के आगे सरेंडर करने पर हरियाणा सरकार को हाईकोर्ट की फटकार लग चुकी है, लेकिन हरियाणा सरकार के मंत्री अब भी राम रहीम के डेरे की पैरवी में जुटे हैं.
 
(वीडियो में देखें पूरा शो)

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