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PoK के अखबार का दावा, 70 फीसदी लोग चाहते हैं पाकिस्तान से आजादी, अखबार बंद

अखबार ने एक जनमत संग्रह कर वहां के लोगों से पूछा था कि क्या आप पाकिस्तान के साथ रहना चाहते हैं या नहीं? इस पोल का जवाब देते हुए 73% से ज्यादा उत्तरदाताओं ने कहा कि वे पाकिस्तान के अवैध कब्जे से आजादी चाहते हैं.

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  • Last Updated: September 13, 2017 04:12:06 IST
सिंध : पाकिस्तान सरकार ने पाक अधिकृत कश्मीर के सबसे बड़े और प्रसिद्ध उर्दू दैनिक अखबार को बंद करने का आदेश दिया है. दरअसल इस अखबार ने एक सर्वे छापा था जिसके अनुसार पीओके के 70 फीसदी लोग पाकिस्तान से आजादी चाहते हैं. इस घटना के बाद पाकिस्तान सरकार ने इस अखबार पर कड़ी कार्रवाई करते हुए इसे बंद करने का आदेश दिया है.
 
अखबार ने एक जनमत संग्रह कर वहां के लोगों से पूछा था कि क्या आप पाकिस्तान के साथ रहना चाहते हैं या नहीं? इस पोल का जवाब देते हुए 73% से ज्यादा उत्तरदाताओं ने कहा कि वे पाकिस्तान के अवैध कब्जे से आजादी चाहते हैं. रिपब्लिक चैनल के अनुसार करीब 73 प्रतिशत लोगों ने पाकिस्तान में रहने के खिलाफ मतदान किया है. ऐसे नतीजे सामने आने के बाद पाकिस्तान में हड़कंप मच गया और पाकिस्तान सरकार ने आनन फानन में अखबार पर रोक लगा दिया.
 
 
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सर्वे में लोगों से 2 सवल पूछे थे. पहला कि, क्या लोग 1948 के कश्मीर के स्टेटस को बदलना चाहते हैं? इस पर ज्यादातर लोगों ने सहमति जताई. फिर लोगों से दूसरा सवाल पूछा गया कि, क्या वह पाकिस्तान में रहना चाहते हैं? इसमें नजर आया कि 73% लोग पाकिस्तान से आजादी चाहते हैं.
 
अखबार के एडीटर इन चीफ के अनुसार इस सर्वे के प्रकाशित होने के बाद पाक सरकार ने दफ्तर पर नोटिस भेजे और आखिर में ताला लगा दिया. इस सर्वे को लगभग 10 हजार लोगों पर किया गया था. इस सर्वे को करने में करीब 5 साल का समय लगा.
 

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