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दिवाली पूजा 2017 : इस शुभ मुहूर्त और मंत्र के जाप से करें पूजा, बरसेगा धन

दिवाली देश के सबसे बड़े त्योहारों में से एक है. दिवाली पर शुभ मुहूर्त और सही विधि से पूजा करने से मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है. दिवाली का त्योहार आने को है कि बाजारों में इसकी धूम अभी से दिखने लग गई है. इस दिन दीप जलाकर मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है. दिवाली को दीपावली के नाम से भी जाना जाता है. दिवाली का त्योहार धनतेरस पर्व से शुरू होकर भैया दूज पर खत्म होता है.

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  • Last Updated: October 6, 2017 06:26:42 IST
नई दिल्ली. दिवाली देश के सबसे बड़े त्योहारों में से एक है. दिवाली पर शुभ मुहूर्त और सही विधि से पूजा करने से मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है. दिवाली का त्योहार आने को है कि बाजारों में इसकी धूम अभी से दिखने लग गई है. इस दिन दीप जलाकर मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है. दिवाली को दीपावली के नाम से भी जाना जाता है. दिवाली का त्योहार धनतेरस पर्व से शुरू होकर भैया दूज पर खत्म होता है.
 
वैसे तो कार्तिक माह लगते ही त्योहारों की झड़ी लग जाती है. अश्विन की शरद पूर्णिमा से ही कार्तिक लग जाता है. इस महीने में कई त्योहार मनाए जाते हैं. इसी माह में दिवाली, गोवर्धन पूजा, भैया दूज और छठ जैसे बड़े त्योहार आते हैं. इस बार दिवाली 19 अक्टूबर को है. इस दिन मां लक्ष्मी की विशेष रूप से पूजा की जाती है.
 
 
दिवाली पूजा 2017 और दिवाली शुभ मुहूर्त
दिवाली 2017 – 19 अक्टूबर गुरुवार
इस दिन पूजा करने के लिए 3 शुभ मुहूर्त है. इन तीनों मुहूर्त में पूजा करने का विशेष महत्व होता है. इन विशेष मुहूर्त पर आप मां लक्ष्मी के साथ भगवान विष्णु, भगवान गणेश और भगवान  कुबेर की पूजा करें.
 
1. प्रदोष काल मुहूर्त
समय- 1 घंटा और 5 मिनट
मां लक्ष्मी पूजा का शुभ मुहूर्त- 05.43 से 08.06 
वृषभ काल- 7.11 से 9.06 
 
2. चौघड़िया पूजा मुहूर्त
सुबह- 6.28 से 7.53 
शाम- 4.19 से 8.55
 
 
3.महानिशिता काल मुहूर्त
लक्ष्मी पूजा का अवधि- 51 मिनट
महानिशिता काल- 11.40 से 12.31 
 
इस मंत्र का करें उच्चारण
ऊं अपवित्र: पवित्रोवा सर्वावस्थां गतो पिवा ।
य: स्मरेत् पुण्डरीकाक्षं स बाह्याभ्यन्तर:।।
 

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