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बिहार में शादी करने के लिए अब लेने होंगे 8 वचन, ये है आठवां वचन

हिंदू धर्म में शादी करने के लिए पति पत्नी को 7 फेरे और 7 वचन लेने होते हैं, लेकिन बिहार में अब ये रिवाज बदलने जा रहा है. दरअसल बिहार में शादी करने के लिए आपको आंठवा वचन लेना होगा. ये आंठवा वचन शपत पत्र के रूप में होगा. बिहार के मुख्यमंत्री नीतिश कुमार के नए अभियान के दौरान बिहार में शादी करने से पहले आपको शपथ पत्र देना होगा.

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  • Last Updated: October 23, 2017 01:54:32 IST
पटना. हिंदू धर्म में शादी करने के लिए पति पत्नी को 7 फेरे और 7 वचन लेने होते हैं, लेकिन बिहार में अब ये रिवाज बदलने जा रहा है. दरअसल बिहार में शादी करने के लिए आपको आंठवा वचन लेना होगा. ये आंठवा वचन शपत पत्र के रूप में होगा. बिहार के मुख्यमंत्री नीतिश कुमार के नए अभियान के दौरान बिहार में शादी करने से पहले आपको शपथ पत्र देना होगा. इस शपथ पत्र में आप लिखावट में देंगे कि ये बाल-विवाह नहीं है. जबकि शपथ पत्र भरवाने का काम मैरेज हॉल के मैनेजरों का होगा. इस अभियान के तहत अब बिना शपथ पत्र भरे आप बैंकेट या मैरेज हॉल बुक नहीं करवा सकते. 
 
ये पहल बिहार के मुख्यमंत्री नीतिश कुमार के द्वारा की जा रही है. मुख्यमंत्री के अभियान का उद्देश्य बाल-विवाह और दहेज प्रथा को खत्म करना है. इन कुप्रथा के खिलाफ तरह-तरह के जन जागरण अभियान चलाए जा रहे हैं. ऐसा नहीं है कि बिहार में दहेज प्रथा और बाल-विवाह के लिए कोई कानून नहीं है लेकिन सरकार का मानना है कि इन अभियान के द्वारा अब इन कानून को सख्ती से पालन करवाया जाएगा. इस अभियान के तहत लोगों को कोई परेशानी नहीं होगी. बल्कि आंठवे वचन के रूप में इस शपथ पत्र को सभी होटल, मैरेज हॉल, सामुदायिक भवन पर पंहुचा दिया जाएगा. वहीं लोगों को ये शपथ पत्र भर के देना होगा. साथ ही सरकार का कहना कि जब तक ये शपथ पत्र भर कर नहीं देंगे तब तक होटल या सामुदायिक भवन का मैनेजर हॉल बुक नहीं करेगा. 
 
गौरतलब है कि इससे पहले भी 2 अक्टूबर को नीतिश सरकार ने बिहार में सभी शिक्षण संस्थाओं और सरकारी दफ्तर में दहेज न लेने और न देने की शपथ दिलवाई. बता दें बिहार में 40 प्रतिशत बाल-विवाह के मामले होते हैं तो वहीं दहेज प्रथा के मामले में बिहार देश के दूसरे स्थान पर है.
 

 

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