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महिला पुरुषों में समानता के मामले में भारत 21 पायदान नीचे आया, वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की रिपोर्ट

वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के जेंडर गैप इंडेक्स में भारत की रैंकिंग 21 पायदान गिरकर 108वें पायदान पर आ गई है.

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  • Last Updated: November 3, 2017 06:15:31 IST
नई दिल्ली. वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के जेंडर गैप इंडेक्स की सूची में भारत की रैंकिंग 21 पायदान गिरकर 108वें पायदान पर आ गई है. वैश्विक आर्थिक मंच की इस सूची में भारत की रैंकिंग गिरने का कारण ये है कि इंडियन इकोनॉमी में  महिलाओं की कम हिस्सेदारी और उन्हें दिया जाना वाला कम वेतन भत्ता. बता दें फोरम चार पैरामीटरों पर यह रैंकिंक करता है. पिछले वर्ष इस सूची में भारत की रैंकिंक 87वें नबंर पर थी. 
 
वैश्विक लैंगिक असमानता रिपोर्ट में चार पैरामीटर को शामिल किया जाता है. स्वास्थ्य, शिक्षा, अर्थव्यस्था और राजनीति के क्षेत्र में महिलाओं की हिस्सेदारी और भेदभाव के आधार पर इस रिपोर्ट को तैयार किया जाता है. वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के जेंडर गैप इंडेक्स के मुताबिक भारत अपने पड़ोसी देशों से भी काफी पीछे है. इस सूची में चीन 100वें स्थान पर है जबकि बांग्लादेश 47वें नंबर पर है. इस रैंकिंक के हेल्थ पैमाने के अनुसार भारत 141वें नंबर पर है. इस पैमाने के अनुसार चीन सबसे नीचे यानि 144वें नंबर पर है. भारत को ये स्थान इसीलिए मिला है क्योंकि भारत में 1 लाख में से 587 बच्चियों की मौत होती है. इन बच्चियों की उम्र  5 साल से भी कम होती है.
 
वहीं राजनीति पैमाने में भारत 15वें स्थान पर है, संसद में प्रतिनिधित्व के मामले में 118वां और मंत्री बनने के मामले में 76वां स्थान है. इनके अलावा ये इस सूची में आर्थिक रुप से भी मापा जाता है कि विभिन्न देशों में महिलाओं की अर्थव्यस्था में कितनी हिस्सेदारी है. इस पैमाने में महिलाएं पुरुषों से ज्यादा अंतराल पर काम करती हैं. साथ ही महिलाओं को 66% और पुरुषों को 12% काम के पैसे नहीं मिलते. महिलाओं की औसत सैलरी 5,400 रु. और पुरुषों की 8,100 रु. है. इस रिपोर्ट का चौथा पैमाना शिक्षा है. इस सूची में भारत 122वें स्थान पर है. प्राथमिक शिक्षा के संदर्भ में भारत नंबर 1 पर है. इस सूची के अनुसार देश की 40 प्रतिशत व्यस्क महिलाओं के पास और 62 प्रतिशत पुरुषों के पास प्राथमिक शिक्षा है. गौरतलब है कि इस रिपोर्ट में विश्व के 144 देशों को शामिल किया जाता है. 
 
वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के जेंडर गैप इंडेक्स के शीर्ष-10 देश
नौ साल से लगातार आइसलैंड इस सूची में टॉप पर रहा. इसके बाद नॉर्वे, फिनलैंड, रवांडा, स्वीडन, निकारागुआ, स्लोवेनिया, आयरलैंड, न्यूजीलैंड और फिलीपींस हैं.
 
वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के जेंडर गैप इंडेक्स में भारत 108वें पायदान पर
इकोनॉमिक कोऑपरेशन139
शिक्षा-112
स्वास्थ्य 141  
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2016 में भारत वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के जेंडर गैप इंडेक्स में 87वें स्थान पर था
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शिक्षा   113
स्वास्थ्य  142  
राजनीति09
 

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