नई दिल्ली. बारिश का मौसम अपने साथ कई जानलेवा बीमारियां भी साथ लेकर आता है. बारिश के मौसम के बाद जगह-जगह पर पानी जमा होने के कारण डेंगू, चिकनगुनिया, जीका वायरस जैसी बीमारियां तो फैलती ही हैं साथ ही बदलता मौसम फ्लू, बुखार, खांसी, जुकाम भी लेकर आता है. इस मौसम में सबसे ज्यादा फैलने वाली बीमारी चिकनगुनिया से बचकर रहें. ऐसे में हम आपको बताने जा रहे है कि आप इन बीमारियों से खुद को कैसे बचा सकते हैं.
इस मौसम में वायरल, मलेरिया व डेंगू बुखार होते हैं. वायरस के संक्रमण से होने वाले बुखार को वायरल बुखार कहा जाता है. यह सामान्य तौर पर तीन से सात दिनों तक ते लिए होता है. इसी प्रकार मलेरिया व डेंगू की बीमारी मच्छर के कारण होती है. लक्षण मिलते ही डॉक्टर को दिखाना चाहिए. वायरल बुखार से बचने के लिए हाथ को साबुन से धोएं, नाक पर रुमाल बांधकर रखे और पानी ज्यादा से ज्यादा से पीएं. इसके अलावा जूस और कैफीन रहित चाय का सेवन करें. ज्यादातर फलों में ऐंटिऑक्सिडेंट्स पाए जाते हैं जिन्हें खाने से आपके शरीर का इम्यून सिस्टम मजबूत होता है.
डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया की बीमारी मच्छरों के काटने से होती है. ऐसे में इससे बचने के लिए घर में पानी की टंकी को खुला ना छोड़े क्योंकि डेंगू का मच्छर ठहरे हुए और गंदे पानी में पनपता है. बर्तन, फ्रिज, फूलदान, नारियल के खोल आदि में पानी न रखें. कूलर के पानी को हर रोज बदलें उसमें पानी को जमा न होने दें. घर के आस-पास नालियों में एंटी लार्वा का छिड़काव करवाएं. इस मौसम में पूरे शरीर को ढके हुए वाले कपड़े पहनकर ही घर से बाहर निकलें. सोने से पहले मच्छररोधी क्रीम का प्रयोग करें.
घरेलू उपाय
वायरल होने पर शरीर में थकान का एहसास होतो है साथ ही कमजोरी महसूस होती है. तेज बुखार होने पर पैरासिटामोल जैसी दवा लें. बुखार के दौरान गला काफी सूखता है इसलिए ज्यादा से ज्यादा तरल पदार्थों का सेवन करना चाहिए और खूब पानी पीना चाहिए. गले में खराश या जर्ज हो तो गर्म पानी में नमक डाल कर उससे गरारे करें. इसके अलावा दिन भर गर्म पानी पिएं और हल्दी डालकर दूध का सेवन करें. नीबू और शहद का का सेवन करें. तुलसी में एंटीबायोटिक गुण होते हैं जिससे शरीर के अंदर के वायरस खत्म होते हैं.