नई दिल्ली. राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी के एक वरिष्ठ अधिकारी, आलोक मित्तल ने सोमवार को आतंकवाद विरोधी टीमों के एक सम्मेलन को बताया कि आईएसआईएस लिंक के लिए भारत में सुरक्षा एजेंसियों द्वारा गिरफ्तार किए गए 130 से अधिक लोगों में से अधिकांश विवादास्पद इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक के भाषणों से प्रेरित थे. मित्तल ने कहा कि सुरक्षा एजेंसियों ने आईएसआईएस लिंक के कारण हाल के वर्षों में देश के विभिन्न हिस्सों से 127 लोगों को गिरफ्तार किया था. इनमें से तमिलनाडु में 33, उत्तर प्रदेश में 19, केरल में 17, तेलंगाना में 14, महाराष्ट्र में 12, कर्नाटक में 8 और दिल्ली में 7 लोग गिरफ्तार किए गए थे. अन्य राज्य जहां से आईएसआईएस संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है, वे हैं उत्तराखंड, बंगाल, जम्मू और कश्मीर, राजस्थान, गुजरात, बिहार और मध्य प्रदेश.
मित्तल ने कहा कि इन संदिग्धों के बहुमत के कट्टरपंथीकरण में एक सामान्य कारक जाकिर नाइक था. विवादास्पद उपदेशक जुलाई 2016 में ढाका में होले आर्टिसन बेकरी में एक आतंकी हमले के सिलसिले में उसका नाम आने के बाद भारत में सुरक्षा एजेंसियों के निशाने पर आ गया था. विवादास्पद-पीस टीवी के फाउंडर मुंबई में जन्मे जाकिर नाइक 2017 से मलेशिया में रह रहे हैं. वह मलेशिया में कुछ विवादों में भी रहे हैं, जिसने उन्हें सार्वजनिक भाषण देने से प्रतिबंधित कर दिया था. मलेशियाई सरकार ने संकेत दिए थे कि वह उसे भारत भेजने के लिए अनिच्छुक थे, लेकिन उसे किसी अन्य देश में भेजने के लिए तैयार हैं जो भी उसे रखना चाहे.
आतंकवाद विरोधी अधिकारियों के सम्मेलन में अपने भाषण में, एनआईए के निदेशक वाईसी मोदी ने देश के सामने उभरती आतंकी चुनौतियों को भी रेखांकित किया. उन्होंने यह भी कहा कि बांग्लादेश स्थित आतंकी संगठन जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी) ने केरल, कर्नाटक और महाराष्ट्र में अपना विस्तार किया है. जेएमबी ने 2008 में पश्चिम बंगाल में गतिविधियां शुरू कीं, जब इसके दो वरिष्ठ नेता बांग्लादेश में गिरफ्तारी और उत्पीड़न से बचने के लिए पश्चिम बंगाल में पहुंच गए.
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