नई दिल्ली. लॉकडाउन पार्ट 2 के बीच में ही रमजान का पवित्र महीना शुरू होगा. मुस्लिम समुदाय के लोग इस माह साफ दिल से खुदा का इबादत करते हुए रोजा रखते हैं. हालांकि, इस बार कोरोना वायरस की वजह से देश के हालात अलग हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी सभी धर्म के लोगों से किसी भी तरह का आयोजन न करने की अपील कर चुके हैं. ऐसे में कर्नाटक की भाजपा सरकार ने भी दो कदम आगे बढ़ते हुए आने वाले रमजान महीने के मद्देनजर गाइडलाइंस जारी की है.
कर्नाटक की बी एस येदयुरप्पा सरकार के अल्पसंख्यक कल्याण विभाग ने राज्य में रमजान महीने के दौरान मस्जिद में सामूहिक नमाज, मस्जिद में इफ्तार, दरगाह और इमाम बाड़ा में लोगों के जुटने पर रोक लगाई है. इसके साथ ही मस्जिदों में लाउडस्पीकर पर भी रोक लगा दी गई है. राज्य सरकार किसी भी हालत में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को रोकने की पूरी कोशिश कर रही है जिसकी वजह से इस तरह के फैसले किए जा रहे हैं.
बता दें कि कोरोना वायरस का पूरी दुनिया में कहर जारी है. हालांकि, कोरोना वायरस के गढ़ चीन के वुहान में अब हालात सामान्य होती जा रही हैं लेकिन अमेरिका, इटली और ब्रिटेन की हालात काफी ज्यादा खराब हैं. इन देशों में संक्रमण के मामले लाखों की संख्या में हैं. वहीं अगर भारत की बात करें तो खबर लिखी जाने तक यहां कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या करीब साढ़े 12 हजार पहुंच गई है जबकि 400 के करीब लोगों की मौत हो चुकी है. राहत की बात है कि करीब 1500 लोग ठीक होकर घर भी लौट चुके हैं.