नई दिल्ली. कोरोना की मार और ऑक्सीजन की कमी से जूझ रही दिल्ली की मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं. दिल्ली के कई अस्पतालों में अभी तक ऑक्सीजन का संकट बना हुआ है. मामला इस हद तक गंभीर है कि आर्मी बेस्ड अस्पतालों में भी ऑक्सीजन सप्लाई की दिक्कत हो रही है.
राजधानी दिल्ली में लगातार बढ़ती ऑक्सीजन की किल्लत के बीच दिल्ली सरकार ने ऑक्सीजन की स्तिथि पर स्टेटस रिपोर्ट जारी की. दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष राघव चड्ढा ने बताया कि दिल्ली को 3 मई को 433 मीट्रिक टन गैस मिली, जबकि ये ज़रूरत 976 मीट्रिक टन की थी. यानी कुल मांग की 44 फीसद ऑक्सीजन दिल्ली को मिली.
उन्होंने कहा कि 3 मई को 41 अस्पतालों ने दिल्ली सरकार के सामने SOS जारी किया था. इन 41 अस्पतालों में 7142 ऑक्सीजन बेड्स पर मरीज़ भर्ती थे, जहां 21.3 मीट्रिक टन ऑक्सीजन पहुंचाई गई.
दिल्ली सरकार का ये आरोप है कि केंद्र सरकार उनके तय कोटे 590 मीट्रिक टन को भी पूरा नहीं कर रही है. जबकि राजधानी को 976 मीट्रिक टन की ज़रूरत है. वहीं सरकार की ओर से अब रोज़ दिल्ली में ऑक्सीजन बुलेटिन भी जारी किया जाएगा.
रक्षा मंत्रालय के सामने उठा मुद्दा
ऑक्सीजन की कमी से जूझ रहे दिल्ली के अस्पतालों की तरह अब आर्मी अस्पतालों में भी संकट गहराने लगा है. सूत्रों की मानें तो मंगलवार को आर्मी अस्पतालों में ऑक्सीजन की सप्लाई नहीं पहुंच सकी जिससे एक और संकट खड़ा हो गया है. इस मसले को रक्षा मंत्रलाय के सामने भी उठाया गया है.
आर्मी बेस्ड अस्पताल को रोजाना 125 जंबो ऑक्सीजन सिलेंडर की ज़रूरत होती है. जबकि सप्लाई इससे कम हो रही है. हालांकि इन खबरों पर बाद में सफाई भी दी गई है. ये कहा गया कि ऑक्सीजन की सप्लाई सुचारू रूप से हो रही है.