नई दिल्ली. Green Hydrogen Car केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी ने गुरुवार को एक ऐसा दावा किया, जिसे सुनकर सब आश्चर्य में हैं. नितिन गड़करी ने कहा कि उनके पास एक ऐसी कार खरीदी है जो फरीदाबाद के ऑयल रिसर्च इंस्टीट्यूट में उत्पादित ग्रीन हाइड्रोजन से चलेगी। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि यदि गाय के गोमूत्र और गोबर को सही से इस्तेमाल किया जाए तो गोरक्षण की आवश्यकता नहीं होगी। नितिन गडकरी ने एक सम्मलेन को सम्बोधित करते हुए कहा कि हम इस कार को दिल्ली की सड़कों पर चलाएंगे ताकि लोगों को यकीन हो कि देश में निर्मित ईधन से कार चलाई जा सकती हैं
‘ग्रीन हइड्रोजेन पर बस और कार चलने की योजना’
केंद्रीय मंत्री ने सम्मेलन में कहा, “मेरे पास ग्रीन हाइड्रोजन पर बसें, ट्रक और कार चलाने की योजना है जो शहरों में सीवेज के पानी और ठोस कचरे का उपयोग करके बनाई जाएगी.” उन्होंने नागपुर का उदाहरण देते हुए बताया कि नागपुर में 7 साल पहले परियोजना चलाई गई थी, जहां सीवेज के पानी को रिसाइकल किया जा रहा है. नागपुर इस पानी को महाराष्ट्र बिजली संयंत्र को बेचकर 325 करोड़ रूपये कमाता है. “कोई भी चीज बेकार नहीं होती है. यह नेतृत्व और प्रौद्योगिकी के दृष्टिकोण पर निर्भर करता है कि आप कचरे से भी धन पैदा कर सकते हैं. केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी ने कहा हर नगरपालिका के पास ऐसा पानी है, जो गंदा है. यदि हम सब मिलकर इस पर काम करें तो हम विकास की रेस में आगे बढ़ सकते है.
सीवेज पानी से ग्रीन हाइड्रोजन तैयार करें
नितिन गडकरी ने कहा कि इस योजना पर काम करने के लिए लोगो को प्रशिक्षित करना जरुरी हैं. हमारे पास सभी जरुरी साधन है, यदि हम इस योजना पर जल्द काम शुरू करें तो , जल्द हमे एक वैकल्पिक ईंधन मिल सकता है.
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