नई दिल्ली। फ़्रूट्स शेक से तो आप मतलब समझ ही रहे होंगे यानी फल और दूध को मिलाकर एक टेस्टी ड्रिंक. ये बहुत हेल्दी भी होती है. आयुर्वेद के अनुसार फ़्रूट शेक सेहत के लिए फ़ायदेमंद नही बल्कि नुक़सान पहुंचाते है. सबसे ज़्यादा पसंद किए जाने वाले फ़्रूट शेक है-बनाना और मैंगो शेक. ये बच्चों को बहुत हेल्दी समझकर पिलाया जाता है लेकिन ये उनकी सेहत को नुक़सान पहुंचा रहे होते है. तो ऐसा क्यों है ये हम आज आपको बताएँगे की इसकी आयुर्वेदिक विधि क्या है जिससे आप इसका लाभ अधिक ले सकें.
आयुर्वेद में दूध और फलो का एक साथ सेवन करने से मना किया गया है. इसका कारण यह है की दूध और फल दोनो ही विरोधी गुणों के फ़ूड है इसलिए इन्हें साथ में लेने से पाचन पर बुरा असर पड़ता है. शरीर में अलग-अलग अंगो में दर्द की समस्या हो सकती है. पेट दर्द भी रह सकता है.
आयुर्वेद के अनुसार, सभी फलो में साईट्रिक ऐसिड मौजूद होता है. जिससे दूध फट जाता है और साथ ही कुछ अन्य अम्ल भी होते है जो फिर दूध के साथ मिलने पर शरीर को हानि पहुँचाते है.
मैंगो और बनाना शेक गर्मियों में सबसे ज़्यादा पसंद किए जाते है. लोग हेल्दी समझकर इन्हें बहुत पीते है. जबकि दोनो में से आम में अम्ल और साईट्रिक ऐसिड पाए जाते है और केले में रासायनिक तत्व, जो दूध के साथ मिलकर पाचन में दिक़्क़त करते है.
आयुर्वेद के अनुसार, आम खाने के बाद दूध पीने से शरीर बलवान बनता है और केला खाने के बाद दूध पीने से शरीर मज़बूत बनता है. लेकिन इनका सेवन साथ में नहीं करना चाहिए. फल खाने के तुरंत बाद भी दूध नहीं पीना चाहिए. फल को खाने के बाद कम से कम 1 से 2 घंटे तक का गैप लेकर दूध पीना चाहिए. ऐसा करने से आपको फल और दूध दोनों का ही लाभ मिलेगा. आप यह करके देखें, एक महीने के अंदर आपको फर्क दिखने लग जाएगा.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों की इन खबर पुष्टि नहीं करता है. इनको केवल सुझाव के रूप में लें. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
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