लखनऊ। समजावादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सुभासपा नेता ओम प्रकाश राजभर के बयान पर प्रतिक्रिया दी है. यूपी विधानसभा चुनाव मे हारने के बाद से ही ओपी राजभर, अखिलेश को सलाह देते आ रहे थे. सुभासपा नेता ने पिछलों दिनों लोकसभा उपचुनाव में सपा की रामपुर और आजमगढ़ से हार के बाद भी सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष को सलाह दी थी. जिसपर अब अखिलेश ने जवाब देते हुए कहा कि सलाह की जरूरत नहीं हैं.
दरअसल, योगी सरकार के 100 दिन की उपलब्धियों पर बीजेपी के दावों को खारिज करते हुए पूर्व सीएम अखिलेश ने कहा कि सरकार को 100 दिन की उपलब्धि गिनाने की बजाए 5 साल 100 दिन की उपलब्धियां बतानी चाहिए. लेकिन सरकार 100 दिन की उपलब्धि ही गिनाने में लगी हुई हैं। उन्होंने आगे कहा कि य़ोगी सरकार की पोल तब खुली जब उनके उपमुख्यमंत्री लखनऊ वापस आए… भ्रष्टाचार, अन्याय चरम पर है…सरकार में कुछ ऐसी ताकतें हैं जो पीछे से चला रही है.
बता दें कि सपा अध्यक्ष अखिलेश ने आज़मगढ़ और रामपुर में प्रचार के लिए नहीं जाने के सवाल पर कहा कि “मुझे उम्मीद थी और मुझे भरोसा दिया गया था कि मेरे वहाँ जाने की कोई ज़रूरत नहीं है. वहीं, हार के सवाल पर उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि चुनाव में शासन प्रशासन का दुरुपयोग किया गया.
बीते दिनों राजभर ने बलिया के रसड़ा में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए बोले थे कि वह अपने दम पर नहीं बल्कि अपने पिता मुलायम सिंह यादव की कृपा से सीएम बने थे. वर्ष 2012 का विधानसभा चुनाव मुलायम सिंह यादव के नेतृत्व में हुआ था मगर ताज अखिलेश के सिर सजा था.
राजभर ने अखिलेश की नेतृत्व की क्षमता पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि , ‘अखिलेश यादव के नेतृत्व में वर्ष 2014, 2017, 2019 और 2022 में लोकसभा व विधानसभा के जो भी चुनाव हुए, सभी में सपा की हार हुई. उपचुनाव व विधान परिषद के चुनाव में भी सपा के हाथों निराशा लगी है. अखिलेश यादव स्वयं स्पष्ट करें कि अभी तक एक भी चुनाव में उन्हें जीत क्यों नहीं मीलि हैं।
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