नई दिल्ली. सुप्रीम कोर्ट देश की सर्वोच्च न्यायालय है, सुप्रीम कोर्ट से लोगों को न्याय की उम्मीद है. ऐसे में, सभी के मन में ये सवाल ज़रूर आता है कि आखिर सुप्रीम कोर्ट की कार्यवाही कैसे होती है. लोगों के इस प्रश्न का उत्तर देने के लिए सुप्रीम कोर्ट अपनी कार्यवाही अब लाइव स्ट्रीम कर रहा है. आप लाइव स्ट्रीमिंग के माध्यम में सुप्रीम कोर्ट में चलने वाली बहस सुन सकते हैं, इससे आप समझ सकते हैं कि सुप्रीम कोर्ट में कैसे सुनवाई होती है, लेकिन कार्यवाही को लाइव स्ट्रीम करने के साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने कुछ गाइडलाइन्स भी जारी की है, जो इस प्रकार हैं:
- अधिकृत व्यक्ति/इकाई के अलावा कोई भी व्यक्ति/इकाई (प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म सहित) लाइव स्ट्रीम की गई कार्यवाही को न तो रिकॉर्ड कर सकता है और न ही इसे शेयर कर सकता है.
- यह प्रावधान सभी ऐप्स पर भी लागू होंगे, इस प्रावधान के इतर काम करने वाले किसी भी व्यक्ति/संस्था पर कानून के मुताबिक मुकदमा चलाया जाएगा, सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई का कॉपीराइट सुप्रीम कोर्ट के पास ही होगा.
- सुप्रीम कोर्ट की कार्यवाही के लाइव स्ट्रीम का कोई भी अनधिकृत उपयोग भारतीय कॉपीराइट अधिनियम, 1957, सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 और अवमानना के कानून सहित कानून के अन्य प्रावधानों के तहत दंड दिया जाएगा.
- कोर्ट की लिखित अनुमति के बिना, लाइव स्ट्रीम को किसी भी रूप में दोबारा प्रस्तुत, प्रेषित, अपलोड, पोस्ट, संशोधित, प्रकाशित नहीं किया जा सकता.
- कोई भी व्यक्ति न्यायालय द्वारा प्राधिकृत कार्यवाही के अलावा अन्य कार्यवाही को रिकॉर्ड करने के लिए रिकॉर्डिंग उपकरण का इस्तेमाल नहीं करेगा.
सुप्रीम कोर्ट ने आज पहली बार सुनवाई का सीधा प्रसारण किया है.
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