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उद्धव को SC से झटका, ‘असली’ शिवसेना तय करने वाली कार्रवाई को रोकने से इनकार

मुंबई. महाराष्ट्र में शिंदे गुट और उद्धव गुट के बीच अब भी असली-नकली शिवसेना को लेकर विवाद चल रहा है. इसी बीच, उद्धव ठाकरे को सुप्रीम कोर्ट से तगड़ा झटका लगा है, ये झटका शिंदे गुट के लिए किसी राहत जैसा है. दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग की असली शिवसेना वाली कार्रवाई पर सुनवाई […]

Shinde gut vs Shivsena
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  • Last Updated: September 27, 2022 19:16:03 IST

मुंबई. महाराष्ट्र में शिंदे गुट और उद्धव गुट के बीच अब भी असली-नकली शिवसेना को लेकर विवाद चल रहा है. इसी बीच, उद्धव ठाकरे को सुप्रीम कोर्ट से तगड़ा झटका लगा है, ये झटका शिंदे गुट के लिए किसी राहत जैसा है. दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग की असली शिवसेना वाली कार्रवाई पर सुनवाई करने से इनकार कर दिया है. दरअसल, चुनाव आयोग के जिम्मे ये तय करना है कि असली शिवसेना शिंदे गुट वाली है या उद्धव गुट वाली. उद्धव ठाकरे ने चुनाव आयोग की इस कार्रवाई पर रोक लगाने की सुप्रीम कोर्ट से मांग की थी, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने इस मांग को खारिज कर दिया है.

सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला उद्धव गुट के लिए आफत तो शिंदे गुट के लिए राहत जैसा है, इस मामले में सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि चुनाव आयोग सिंबल मामले पर सुनवाई करने को स्वतंत्र है. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि चुनाव आयोग की कार्रवाई पर अब कोई रोक नहीं लगेगी, और इसी के साथ उद्धव गुट की अर्जी को ख़ारिज कर दिया गया.

जब उद्धव गुट को मिली थी राहत

महाराष्ट्र में भले ही उद्धव ठाकरे के हाथ से सत्ता चली गई हो, लेकिन मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के खिलाफ उनकी बड़ी जीत हुई है. दरअसल, महाराष्ट्र के शिवाजी पार्क में दशहरा रैली को लेकर उद्धव गुट और शिंदे गुट में थोड़ी खींचतान चल रही थी, दोनों ने ही एक ही दिन एक ही समय पर दशहरा रैली निकालने की इजाज़त मांगी थी, जिसके बाद अब उद्धव ठाकरे गुट को दशहरा रैली की इजाज़त दे दी गई है. हाईकोर्ट ने ठाकरे गुट को शिवाजी पार्क में 2 अक्टूबर से 6 अक्टूबर के बीच दशहरा रैली करने की इजाज़त दी है. दरअसल, शिवसेना सालों से शिवाजी पार्क में दशहरा रैली करती आई है, लेकिन हाल के दो वर्षों में कोरोना के चलते ये रैली नहीं हो पाई थी. अब स्थिति सुधरने के बाद ठाकरे गुट ने 5 अक्टूबर को दशहरा रैली करने का ऐलान किया था, और इसी दौरान शिंदे गुट भी दशहरा रैली करना चाहता था और इसी को लेकर दोनों के बीच थोड़ी तनातनी चल भी रही थी.

एक मामले में जहाँ शिंदे गुट को राहत मिली है तो दूसरे में उद्धव गुट को, ऐसे में, मामला अब टक्कर का हो गया है.

 

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