नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल ने 1 अक्टूबर 2022 से क्रिकेट के नियमों में बदलाव किए हैं। 16 अक्टूबर से ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी-20 वर्ल्ड कप को क्रिकेट के इस नए नियमों के साथ ही खेला जाएगा।
ऑस्ट्रेलिया में 16 अक्टूबर से शूरू होने वाले टी-20 वर्ल्ड कप 2022 (T-20 World Cup 2022) से पहले क्रिकेट के नियमों में बड़े बदलाव किए गए हैं। ये सारे नए नियम 1 अक्टूबर 2022 से लागू किया जा रहा है। बता दें कि इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) कुछ दिनों पहले नए नियमों का ऐलान किया था और बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली की अगुवाई क्रिकेट समिती की सिफारिशों की पुष्टि के बाद नियमों में चेंज किया गया था।
गेंदबाज के बॉल डालने के पहले अगर नॉन स्ट्राइक पर खड़ा बल्लेबाज क्रीज से बाहर निकलता है दो उसे रन आउट किया जा सकता है। जिस प्रकिया को अभी तक मांकडिंग कहा जाता था।
आईसीसी द्वारा बदले गए नए नियम के मुताबिक अगर कोई बल्लेबाज कैच आउट होता है, तो उसके स्थान पर नया खिलाड़ी बॉल खेलने उतरेगा। पहले के नियम में अगर कैच आउट होने वाला बल्लेबाज नॉन स्ट्राइक एंड के बल्लेबाज को क्रॉस कर लेता था, तो नॉन स्ट्राइक वाला खिलाड़ी दूसरा बॉल खेलता था।
आईसीसी ने कोरोना वायरस को देखते हुए 2 साल के लिए गेंद पर थूक लगाने को प्रतिबंध कर दिया था, जिसपर अब स्थाई प्रतिबंध लगा दिया गया है। बता दें कि गेंद पर थूक से पॉलिश नहीं का प्रतिबंध साल 2020 में शुरू किया गया था।
खिलाड़ी के आउट होने पर नए बल्लेबाज को 2 मिनट के अंदर के अंदर क्रिज पर उतरना होगा, समय वनडे और टेस्ट में लागू होगा। टी-20 के लिए ये समय 90 सेकेंड का ही होगा। ऐसा नहीं करने पर विपक्षी टीम का कप्तान टाइम्ड आउट ले सकता है।
अगर फिल्टिंग के समय कोई खिलाड़ी जानबूझकर गलता मूवमेंट करता है तो बैटिंग टीम को पांच रन अतिरिक्त दिए जाएगें। पहले इस तरह के गेंद को डेड करार दिया जाता था।
जनवरी 2022 से टी-20 फॉर्मट में स्लो ओवर रेट लागू किया गया था जो अब वनडे फॉर्मेट में भी लागू होगा। इसके अंतरर्गत स्लो ओवर रेट को देखते हुए टीमों पर जुर्माना लगाया जाता है।
कोई भी गेंद पिच से दूर गिरती है तो बल्लेबाज को पिच से ही उसे खेलना होगा। अगर खिलाड़ी पिच से बाहर निकलता है तो वो नो बॉल होगा। अगर कोई गेंदबाज ऐसी बॉल फेंकता है जिसपर बल्लेबाज पिच छोड़कर खेलने की कोशिश करेगा तो अंपायर उसे नो बॉल करार दिया जाएगा।