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बीबीसी डॉक्यूमेंट्री : जामिया में टली स्क्रीनिंग, पंजाब यूनिवर्सिटी में भी हंगामा

नई दिल्ली: BBC डॉक्‍यूमेंट्री का विवाद जामिया मिलिया इस्‍लामिया यूनिवर्सिटी में बढ़ता नज़र आ रहा है. इसी बीच यूनिवर्सिटी गेट पर प्रदर्शन कर रहे कई छात्रों को पुलिस ने हिरासत में भी ले लिया है. डॉक्‍यूमेंट्री की स्‍क्रीनिंग पर यूनिवर्सिटी प्रशासन द्वारा प्रतिबंध लगाने के बाद छात्रों ने जमकर हंगामा किया. इसके बाद पुलिस हरकत […]

BBC documentary screening
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  • Last Updated: January 25, 2023 19:05:04 IST

नई दिल्ली: BBC डॉक्‍यूमेंट्री का विवाद जामिया मिलिया इस्‍लामिया यूनिवर्सिटी में बढ़ता नज़र आ रहा है. इसी बीच यूनिवर्सिटी गेट पर प्रदर्शन कर रहे कई छात्रों को पुलिस ने हिरासत में भी ले लिया है. डॉक्‍यूमेंट्री की स्‍क्रीनिंग पर यूनिवर्सिटी प्रशासन द्वारा प्रतिबंध लगाने के बाद छात्रों ने जमकर हंगामा किया. इसके बाद पुलिस हरकत में आई और हंगामा कर रहे छात्रों को हिरासत में ले लिया गया. हालांकि पूरे बवाल के बाद आज (25 जनवरी) जामिया में डॉक्यूमेंटरी की स्क्रीनिंग को टाल दिया गया.

पंजाब में भी हुई स्क्रीनिंग

जामिया में SFI का कहना है कि डॉक्‍यूमेंट्री की स्‍क्रीनिंग तब तक नहीं की जाएगी जब तब पुलिस हिरासत में लिये गए सभी छात्रों को रिहा नहीं किया जाता है. जानकारी के अनुसार SFI के 7 छात्र इस समय पुलिस की हिरासत में हैं. दूसरी ओर डॉक्‍यूमेंट्री की स्‍क्रीनिंग का मामला अब दिल्‍ली से आगे बढ़ गया है और पंजाब पहुँच चुका है. पंजाब यूनिवर्सिटी में NSUI ने भी डॉक्‍यूमेंट्री की स्‍क्रीनिंग शुरू की है. हालांकि समय रहते हाफ टाइम के बाद यूनिवर्सिटी प्रशासन ने इसे रोक दिया.

क्या है पूरा विवाद?

बीबीसी की यह डॉक्यूमेंट्री दावा करती है कि उन्होंने अपने स्तर पर साल 2002 में होने वाले गुजरात दंगों से जुड़े कुछ पहलू की पड़ताल की है. बता दें, दंगों के समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही गुजरात के मुख्यमंत्री थे. इस डॉक्यूमेंटरी में ब्रिटिश सरकार की एक खुफिया रिपोर्ट के हवाले से बताया गया है कि गुजरात दंगों में एथनिक क्लेंज़िंग के निशान थे. इसी डॉक्यूमेंटरी और दावों से सारा बवाल शुरू हुआ जहां विवाद को बढ़ता देख सरकार ने कथित रूप से यूट्यूब और ट्विटर लिंक को हटाने के आदेश दिए हैं.

पथराव से लेकर धरना प्रदर्शन

विपक्षी दलों ने इस कदम के लिए सरकार की आलोचना की है. साथ ही डॉक्यूमेंट्री को ब्लॉक करने के फैसले को सेंसरशिप करार दिया है. इसके अलावा एडवाइजरी को दरकिनार करते हुए JNU और जामिया समेत के कई युवा और छात्र संगठनों ने डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग यूनिवर्सिटी कैंपस में करने की मांग की है. JNU में इसे लेकर पथराव भी हुए. अब जामिया में छात्रों का धरना प्रदर्शन भी जारी है.

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