Inkhabar
  • होम
  • राज्य
  • जानिए कालाखो गांव की पहाड़ी का रहस्यमयी सच, जहां एक रात में बड़ा होता है पेड़

जानिए कालाखो गांव की पहाड़ी का रहस्यमयी सच, जहां एक रात में बड़ा होता है पेड़

नई दिल्ली: आज हम आपको राजस्थान के दौसा जिले के सिकराय उपखंड क्षेत्र के ग्राम पंचायत कालाखो अंबाड़ी के बीच में स्थित पहाड़ी पर बने मंदिर के बारे में बात करेंगे. जहां पेड़ों को लेकर दावा किया जाता है कि पेड़ एक रात में ही बड़े होते हैं। जानिए क्या है पूरा मामला पहाड़ी पर […]

Dhok Tree
inkhbar News
  • Last Updated: January 31, 2023 13:13:08 IST

नई दिल्ली: आज हम आपको राजस्थान के दौसा जिले के सिकराय उपखंड क्षेत्र के ग्राम पंचायत कालाखो अंबाड़ी के बीच में स्थित पहाड़ी पर बने मंदिर के बारे में बात करेंगे. जहां पेड़ों को लेकर दावा किया जाता है कि पेड़ एक रात में ही बड़े होते हैं।

जानिए क्या है पूरा मामला

पहाड़ी पर बने मंदिरों की पूजा करने वाले गणपत दास का कहना है कि कालू दास महाराज ने कालाखो अंबाड़ी की पहाड़ी पर तपस्या की थी. जब यहां तपस्या करने के लिए कालू महाराज आए थे तब यहां गांव नहीं थे. महाराज द्वारा ही कालाखो गांव बसाया गया और उस समय शिकार करने के लिए लोग आया करते थे. गणपत दास का कहना है कि जब लोग शिकार करके वापस जा रहे थे तभी कालू दास महाराज ने शिकार करने वाले लोगों से कहा कि आप लोग कहीं मत जाइए और यहां एक गांव का निर्माण कीजिए।

यहां पहाड़ी पर “धोक प्रजाति” के पेड़ काफी संख्या में लगे हुए हैं. पुजारी गणपत का कहना है कि यह पेड़ एक रात में ही बड़े होते हैं और इतने बड़े हो जाते हैं कि कोई भी पशु इन्हें खा नहीं सकते. गांव वालो का भी कहना है कि बड़े बुजुर्गों से सुना है कि यहां वरदान मिला है इसी वजह से छोटे “धोक पेड़” दिखाई नहीं देते है और एक ही रात में बड़े हो जाते हैं।

वन विभाग के कर्मचारी ने दिया सफाई

वन विभाग के फॉरेस्ट गोकुल राम मीणा का कहना है कि कोई भी बड़े होने से पेड़ पहले छोटा ही रहता है. लेकिन यहां के लोगों का कहना है कि छोटे पेड़ नहीं होते हैं. हालांकि, यहां पेड़ के अन्य प्रजाति की तुलना में धोक के पेड़ सिर्फ बड़े ही दिखाई देते हैं।

दिल्ली का अगला मेयर, गुजरात चुनाव और फ्री रेवड़ी, मनीष सिसोदिया ने बताए सारे राज!

India News Manch पर बोले मनोज तिवारी ‘रिंकिया के पापा’ पर डांस करना सबका अधिकार