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क्या रिहा होंगे अतीक के दोनों नाबालिग बेटे? पत्नी शाइस्ता की याचिका पर कल होगी सुनवाई

प्रयागराज: उमेश पाल हत्याकांड के मुख्य आरोपी और उत्तर प्रदेश के माफिया डॉन अतीक अहमद का पूरा परिवार इस समय प्रयागराज से बाहर है। अतीक और उसका भाई इस समय साबरमती और बरेली की जेलों में बंद हैं. उसका एक बेटा भी प्रयागराज के बाहर जेल में बंद है वहीं उसकी बेटी और दूसरा बेटा […]

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  • Last Updated: April 3, 2023 21:33:45 IST

प्रयागराज: उमेश पाल हत्याकांड के मुख्य आरोपी और उत्तर प्रदेश के माफिया डॉन अतीक अहमद का पूरा परिवार इस समय प्रयागराज से बाहर है। अतीक और उसका भाई इस समय साबरमती और बरेली की जेलों में बंद हैं. उसका एक बेटा भी प्रयागराज के बाहर जेल में बंद है वहीं उसकी बेटी और दूसरा बेटा इस समय फरार चल रहे हैं. इसके अलावा उसके दोनों नाबालिग बेटों के सुधार गृह में होने की सूचना है जिसे लेकर अतीक की फरार पत्नी शाइस्ता ने प्रयागराज की सीजेएम कोर्ट में याचिका भी दायर की है.

कल होगी सुनवाई

दरअसल इस याचिका में शाइस्ता ने कहा है कि उसके दोनों नाबालिग बेटों को अवैध रूप से हिरासत में रखा गया है. साथ ही इस याचिका में शाइस्ता ने एहजम और आबान की रिहाई की गुहार भी कोर्ट से लगाई है. अब कल CJM कोर्ट इस याचिका पर सुनवाई करेगी. बता दें, अभी के लिए अतीक के दोनों बेटों को राजरूपपुर के बाल सुधार गृह में रखा गया है।

 

17 साल पहले उमेश पाल का हुआ था अपहरण

माफिया अतीक अहमद ने 17 साल पहले उमेश पाल का अपहरण किया था। इस मामले में उमेश पाल ने पुलिस को जानकारी दी थी। उमेश पाल ने अतीक अहमद पर सीधा इल्ज़ाम लगाया था और कहा था कि साल 2006 में अतीक ने ही कुछ लोगों के साथ मिलकर उसका अपहरण किया था।

 

CM मायावती को लिखा था पत्र

उस वक़्त यूपी में मायावती का राज था। इसके बाद उमेश पाल ने मायावती को पत्र लिखा था। इस पत्र के जरिए उमेश पाल ने CM मायावती को घटना की जानकारी दी थी। उमेश पाल ने पत्र में लिखा, ‘माननीय मुख्यमंत्री, आपसे आग्रह है कि मैं उमेश पाल एक शांतिप्रिय नागरिक हूं। मैं बहुजन समाजवादी पार्टी का एक सक्रिय कार्यकर्ता होने के साथ-साथ जिला पंचायत सदस्य भी हूं।”

 

मुझे मिल रही है जान से मारने की धमकियां

…..”तारीख 25 जनवरी 2005 को विधायक राजू पाल का क़त्ल हुआ था। यह क़त्ल किसी और ने नहीं बल्कि अतीक अहमद, उसके भाई अशरफ और बाकी कुछ लोगों ने मिलकर इस क़त्ल को अंजाम दिया था। इस हत्याकांड का मैं इकलौता चश्मदीद गवाह हूं। अब चूंकि मैं क़त्ल का गवाह हूं तो सांसद अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ मुझे जान से मरने की धमकी दे हैं। न सिर्फ मुझे बल्कि मेरे परिवार को भी लगातार धमकी दी जा रही है।”

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