Inkhabar
  • होम
  • Breaking News Ticker
  • Odisha Train Accident: ओडिशा के बालासोर में हुए ट्रेन हादसे को लेकर रेल मंत्रालय ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर

Odisha Train Accident: ओडिशा के बालासोर में हुए ट्रेन हादसे को लेकर रेल मंत्रालय ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर

भुवनेश्वर, Odisha Train Accident। ओडिशा के बालासोर में हुए ट्रेन हादसे में अब तक 238 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 650 से ज्यादा लोग घायल है। इस बीच रक्षा मंत्रालय ने सभी डिवीजनों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी कर दिया है। परिजन इन नंबरों में फोन करके हालात जान सकते हैं।   संबंधित […]

(ओडिशा रेल हादसा)
inkhbar News
  • Last Updated: June 3, 2023 12:50:20 IST

भुवनेश्वर, Odisha Train Accident। ओडिशा के बालासोर में हुए ट्रेन हादसे में अब तक 238 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 650 से ज्यादा लोग घायल है। इस बीच रक्षा मंत्रालय ने सभी डिवीजनों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी कर दिया है। परिजन इन नंबरों में फोन करके हालात जान सकते हैं।

Odisha Train Accident: ओडिशा के बालासोर में हुए ट्रेन हादसे को लेकर रेल मंत्रालय ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर

Odisha Train Accident: ओडिशा के बालासोर में हुए ट्रेन हादसे को लेकर रेल मंत्रालय ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर

 

नवीन पटनायक ने घायलों से की मुलाकात

बता दें, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने अस्पताल पहुंच घायलों से मुलाकात की इस दौरान मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि यह बेहद दुखद ट्रेन दुर्घटना है। मुझे स्थानीय टीमों, स्थानीय लोगों और अन्य लोगों का शुक्रिया अदा करना है, जिन्होंने लोगों को मलबे से बचाने के लिए रात भर काम किया है। उन्होंने कहा कि घायलों को बालासोर और कटक के अस्पतालों में ले जाया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है।

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने क्या कहा?

उधर, हादसे का जायजा लेने के लिए घटनास्थल पर पहुंचे केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि जिनके परिवार के सदस्यों की इस हादसे में मृत्यु हो गई, उनके प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। उन्हें सरकार हर संभव मदद करेगी. रेलवे ने कल ही मुआवजे का ऐलान कर दिया था, जांच कमेटी का भी गठन किया गया है। रेलवे, NDRF, SDRF की टीम बचाव कार्य में जुटी हुई। फिलहाल हमारा ध्यान बचाव कार्य पर है। राहत और बचाव कार्य खत्म होने के बाद ही बहाली का कार्य शुरू कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि पहले से ही बहाली के लिए मशीनें तैनात हैं।