नई दिल्ली। ये तो सभी जानते हैं कि बोर्ड परीक्षा की तैयारी में पिछले साल के पेपर(CBSE Board Exams 2024) बेहद मददगार साबित होते हैं। पिछले साल के पेपर के सही इस्तेमाल से न सिर्फ अच्छे नंबर मिल सकते हैं बल्कि रिवीजन और प्रैक्टिस भी अच्छे से हो जाता है। आइए जानते हैं कि बोर्ड परीक्षा की तैयारी में पिछले साल के पेपरों का सही इस्तेमाल और उनसे मिलने वाले फायदे।
न करें ये गलतियां
अगर आप भी ये सोचते हैं कि पिछले साल के पेपरों(CBSE Board Exams 2024) को देखने से क्या फायदा होगा तो किसी गलतफहमी में न रहें। ऐसा कई बार होता है कि परीक्षा में वही सवाल पूछे जाते हैं जो पिछले सालों में पूछे जा चुके होते हैं। सिर्फ यही नहीं इससे आपको इंपॉर्टेंट टॉपिक्स का भी पता चलता है। कोशिश करें कि ज्यादा से ज्यादा पुराने सालों के पेपर को सॉल्व करें। लगभग तीन से चार साल तक के पेपर भी सॉल्व कर सकते हैं।
पुराने पेपर सॉल्व करने से मिलेगी सफलता
- पिछले या पुराने साल के पेपर को हल करने से एग्जाम पैटर्न को सही से समझा जा सकता है। पिछले पेपर को सॉल्व करने से एग्जाम पैटर्न जितना अच्छे से समझा जा सकता है उतना किसी अन्य तरीके से नहीं।
- पिछले पेपर हल करने से ये समझा जा सकता है कि किसी खास सेक्शन से किस प्रकार के सवाल पूछे जाते हैं और उनकी मार्किंग स्कीम कैसी होती है। साथ ही ये भी कि किस सेक्शन को ज्यादा वेटेज दिया जाता है।
- पिछले पेपर को हल करके आप टाइम मैनेजमेंट सीख सकते हैं और पेपर समय के अंदर खत्म कर पाते हैं। जब आपने पहले से ही पेपर की प्रैक्टिस की होती है तो पेपर में सही समय पर उसे कर पाते हैं। वहीं बिना प्रैक्टिस के आता हुआ पेपर भी समय के अभाव में पूरा नहीं हो पाता।
- पिछले पेपर को हल करके आप अपनी कमियों और अच्छाइयों के बारे में जान सकते हैं। साथ ही ये भी कि आप कहां बढ़िया कर रहे हैं और कहां सुधार की जरूरत है।
- पेपर के मद्देनजर जैसे-जैसे कोई टॉपिक तैयार करें, वैसे-वैसे उसकी प्रैक्टिस करने के लिए पेपर सॉल्व करते जाएं। मार्केट में टॉपिक के मुताबिक पेपर उपलब्ध होते हैं।