नई दिल्लीः भारत और मालदीव के बीच विवाद लगातार गहराता जा रहा है। अब मालदीव अपने ही देश में घिर गया है। मालदीव के पूर्व रक्षा मंत्री मारिया अहमद दीदी अपने ही सरकार पर भड़क गई। वो कोरोना काल में भारत द्वारा किए गए मदद को याद करते हुए मुइज्जू सरकार के प्रति नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल मालदीव सरकार की अदूरदर्शिता को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि भारत भरोसेमंद सहयोगी रहा है, जो रक्षा जैसे कई अहम क्षेत्रों में मदद करता रहा है।
मालदीव की पूर्व रक्षा मंत्री मारिया ने भारत को मालदीव की 911 कॉल बताते हुए तमाम बयानबाजी पर अपनी नाराजगी व्यक्त की है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि जब भी मालदीव को जरुरत पड़ी है, तब भारत ही बचाने के लिए आया है। आगे उन्होंने कहा कि वे वर्तमान सरकार की अदूरदर्शिता है। मारिया ने कहा कि हम एक छोटे देश है लेकिन इस बात से इनकार नहीं कर सकते है कि हम भारत के साथ सीमा साझा करते है।
उन्होंने ऐतिहासिक इंडिया फर्स्ट की नीति की सराहना करते हुए कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि मालदीव सरकार इंडिया फर्स्ट की नीति को जारी रखेगी। जब भी हमें जरूरत होगी, तब हमारा सबसे करीबी पड़ोसी मुल्क ही हमारी मदद को आगे आएगा। मालदीव के लोग भी अपना उपचार कराने के लिए भारत ही जाते हैं। मारिया अहमद ने कोविड-19 महामारी के दौरान मालदीव के लोगों का भारत में उपचार किए जाने और मदद के तौर पर मिली कोविड वैक्सीन का भी जिक्र किया।
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