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DDoS Attack: टूथब्रश से भी हो रही हैकिंग, रिपोर्ट में हुए चौंकाने वाले खुलासे, ऐसे बचें

नई दिल्ली। आज के समय में हैकर्स काफी सक्रिय हो गए हैं। जो लोगों पर अटैक करने के नए-नए तरीके इजाद कर रहे हैं। यही नहीं इसके लिए वो आम इंसानों के डेली लाइफ में काम आने वाली चीज़ों के जरिए करते हैं। जिसमें, DDoS Attack के लिए हैकर्स टूथब्रथ का सहारा ले रहे हैं। […]

DDoS Attack: Hacking is happening even with toothbrush, shocking revelations in the report, avoid this
inkhbar News
  • Last Updated: February 8, 2024 16:34:04 IST

नई दिल्ली। आज के समय में हैकर्स काफी सक्रिय हो गए हैं। जो लोगों पर अटैक करने के नए-नए तरीके इजाद कर रहे हैं। यही नहीं इसके लिए वो आम इंसानों के डेली लाइफ में काम आने वाली चीज़ों के जरिए करते हैं। जिसमें, DDoS Attack के लिए हैकर्स टूथब्रथ का सहारा ले रहे हैं। दरअसल, हाल ही में पेश हुई एक नई रिपोर्ट में ये चौंकाने वाला खुलासा हुआ है।

रिपोर्ट में हुए चौंकाने वाले खुलासे

Aargauer Zeitung की एक रिपोर्ट के द्वारा मिली जानकारी के अनुसार, हैकर्स ने 30 लाख इलेक्ट्रिक टूथब्रश को बॉटनेट में बदल कर इन्फेक्ट किया है। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि डेन्टल क्लीनसिंग टूल को एक स्विस कंपनी की वेबसाइट पर DDoS Attack के लिए इस्तेमाल किया गया। रिपोर्ट की मानें तो, टूथब्रश बॉटनेट को इसके जावा-बेस्ड ओएस के कारण असुरक्षित माना गया है।

बता दें कि इलेक्ट्रिक टूथब्रश का उपयोग, किसी यूजर की ओरल हाईजीन आदतों को ट्रैक करने और उनमें सुधार लाने के लिए किया जाता है। वहीं अटैकर्स के निशाने पर आने के बाद ये टूथब्रश, बॉटनेट में चेंज हो गए।

अटैकर्स से ऐसे बचें

ऐसे में सबसे बड़ा सवाल ये है कि आखिर इन इलेक्ट्रिक टूथब्रश को अटैकर्स से कैसे सुरक्षित रखा जाए। ग्लोबल सिक्योरिटी फर्म Fortinet के स्विस ब्रांच के Stefan Zuger ने इस प्रकार के अटैक से बचने के लिए कुछ सुझाव दिए हैं। उनका कहना है कि हर वो डिवाइस जो इंटरनेट से कनक्टेड है अटैकर्स का टारगेट होती हैं। इस प्रकार के डिवाइस को लेकर अटैकर्स, लगातार खामियों की तलाश में रहते हैं। जबकि, दूसरी तरफ सॉफ्टवेयर डेवलपर लगातार इस तरह के गैजेट को बेहतर बनाने पर काम करते हैं। जब Fortinet ने एक असुरक्षित पीसी को इंटरनेट से जोड़ा, तो पाया कि अटैकर्स डिवाइस को सिर्फ 20 मिनट में मालवेयर से इन्फेक्ट करने में सफल रहे।

ऐसे में Zuger ने ये सुझाव दिया है कि डिवाइस ऑनर्स को डिवाइस, फर्मवेयर और सॉफ्टवेयर अपडेट रखना चाहिए। यही नहीं, किसी तरह की संदिग्ध एक्टिविटी को लेकर भी लगातार अलर्ट रहना चाहिए। इसके अलावा, यूजर को सिक्योरिटी सॉफ्टवेयर इन्स्टॉल करने और नेटवर्क सिक्योरिटी को फॉलो करने की सलाह भी दी जाती है।

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