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क्या आप जानते हैं कि महिलाओं के लिए क्यों इस्तेमाल किया जाता है ‘पिंक कलर’?

नई दिल्ली। हमारे समाज में कई ऐसी भूमिकाएं हैं जिन्हें महिलाओं और पुरुषों में बांट दिया गया है। यही नहीं कुछ खास रंगों को भी इसमें शामिल किया गया है जो महिलाओं और पुरुषों के लिए अलग-अलग इस्तेमाल किए जाते हैं। आपने सोशल मीडिया पर विदेशों के कई जेंडर रिवील पार्टीज में भी ये देखा […]

Do you know why 'pink color' is used for women?
inkhbar News
  • Last Updated: March 9, 2024 20:55:47 IST

नई दिल्ली। हमारे समाज में कई ऐसी भूमिकाएं हैं जिन्हें महिलाओं और पुरुषों में बांट दिया गया है। यही नहीं कुछ खास रंगों को भी इसमें शामिल किया गया है जो महिलाओं और पुरुषों के लिए अलग-अलग इस्तेमाल किए जाते हैं। आपने सोशल मीडिया पर विदेशों के कई जेंडर रिवील पार्टीज में भी ये देखा होगा कि लड़कियों के लिए गुलाबी और लड़कों के लिए नीले रंग का उपयोग होता है।

अक्सर ये देखा जाता है कि कई लड़के गुलाबी रंग के कपड़े पहनने से कतराते हैं क्योंकि उनका मानना है कि गुलाबी रंग सिर्फ लड़कियाों के लिए है। इसलिए वो अपना मजाक नहीं बनवाना चाहते। लेकिन, ये सोच कहां से आई? आखिर किस लिए गुलाबी रंग को महिलाओं से ही जोड़कर देखा जाता है। आइए जानते हैं कि किस लिए गुलाबी रंग को महिलाओं का रंग माना जाता है?

लड़कों से लिए था गुलाबी रंग

देखा जाए तो पहले के समय में पिंक कलर को लड़कियों से नहीं बल्कि लड़कों से जोड़कर देखा जाता था। दरअसल, प्रथम विश्व युद्ध से पहले पश्चिमी देशों में बच्चों को सफेद रंग के कपड़े पहनाए जाते थे। उस समय बच्चों को किसी रंग से जोड़कर नहीं देखा जाता था। मगर धीरे-धारे डाई प्रचलन में आने लगे और बच्चों के कपड़ों पर पेस्टल कलर्स का उपयोग किया जाने लगा।

यही कारण था कि बच्चों के कपड़ों में गुलाबी और नीले रंगों को उपयोग शुरू हुआ। इस समय कई जगहों पर गुलाबी रंग को लड़कों के लिए ज्यादा इस्तेमाल किया जाता था। माना जाता था कि गुलाबी दृढ़ निश्चयता और पुरुषत्व का रंग है, जो लड़कों को अधिक सूट करेगा। जबकि, नीले रंग को काफी नाजुक समझा जाता था और सुंदरता से जोड़कर देखा जाता था। इस वजह से नीले रंग को लड़कियों के लिए ज्यादा इस्तेमाल किया जाता था।

ऐसे बना गुलाबी रंग लड़कियों का कलर

वहीं बीसवीं शताब्दी की शुरुआत में दुकानदारों ने कपड़ों और खिलौनों को बेचने के लिए उन्हें लिंग से जोड़ते हुए, रंगों के हिसाब से बेचना शुरू किया। इस समय तक भी कई जगहों पर दुकानें गुलाबी को लड़कों के लिए और नीला लड़कियों के लिए इस्तेमाल कर रहे थे, वहीं कई स्थानों पर पिंक लड़कियों के लिए और ब्लू लड़कों के लिए इस्तेमाल किया जा रहा था।

हालांकि, गुलाबी रंग को लड़कियों का कलर बनाने के पीछे दो मशहूर पेंटिंग्स का हाथ माना जाता है। ये पेंटिंग्स, द बॉय और पिंकी के नाम से जानी जाती हैं, जिसमें लड़के ने नीले रंग के कपड़े और लड़की ने गुलाबी रंग के कपड़े पहने हुए थे। इसके बाद से ही समय के साथ गुलाबी रंग को महिलाओं से जोड़कर और लड़कों के लिए नीले रंग के कपड़ों का इस्तेमाल होने लगा।